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ब्राह्मंड में अन्य ग्रहों पर भी हो सकता है जीवन मौजूद, Hyceans पर है सांइटिस्ट की नजर

 

हमारा ब्राह्मंड अनन्त है इसमें वैज्ञानिकों ने काफी कुछ खोजा भी है और ये खोज अब भी जारी है लेकिन हमारा ब्राह्मंड इतना बड़ा है जिसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते. ब्राह्मंड में वैज्ञानिक रात-दिन ऐसे ठिकानों की तलाश कर रहे हैं जहां जीवन की संभावना हो. एक स्टडी में रिसर्चर्स ने एलियन दुनिया के नए क्लास Hyceans ग्रहों की बात की है और बताया कि दूसरी दुनिया में भी जीवन हो सकता है. Hycean ग्रह धरती से 2.5 गुना बङे होते हैं और इनका वायुमंडल हाइड्रोजन से भरा होता है और इसके नीचे लिक्विड पानी के महासागर भी हो सकते हैं ये ग्रह हमारी आकाशगंगा में बङी संख्या में हो सकते हैं और उम्मीद है कि इन ग्रहों पर सूक्ष्मजीव भी हो सकते हैं.

रिसर्चर्स का कहना है कि Hyceans ग्रहों पर ऑक्सिजन और मीथेन भारी मात्रा में मिल सकती है जिसको बायोसिग्नेचर माना जाता है. साथ ही रिसर्चर्स का यह भी कहना है कि ग्रह का जितना बङा आकार और जितना ज्यादा तापमान होता है उनमें Hycean ग्रह ऐसी गैसों को पैदा करते हैं जिन्हें आसानी से डिटेक्ट किया जा सकता है लेकिन ग्रहों में यह करना काफी मुश्किल होता है.

एक ऐस्ट्रॉनमी लेखक निक्कू मधूसूदन का कहना है कि ब्राह्मंड में फैले Hyceans ग्रहों ने जीवन की खोज के क्षेत्र को और ज्यादा बढा दिया है Hycean ग्रहों की सघनता ज्यादातर छोटे नेप्च्यून और सुपर अर्थ के बीच होती है. कुछ Hycean ग्रह अपने सितारों के बेहद करीब होते हैं यहाँ पर कुछ ग्रहों पर एक हिस्से में हमेशा दिन और एक हिस्से में हमेशा रात रहती है और कुछ ग्रहों पर तो रेडिएशन भी नहीं पहुंच पाता है.

स्टडी की सह-लेखक अंजली पियेत और उनकी टीम ने ऐसे कई ठिकानों की खोज की है और उम्मीद है कि Nasa के James Webb Space Telescope से इनकी खोज की जल्दी ही की जा सकती है. Hycean ग्रह छोटे सितारों का चक्कर काटते रहते हैं जो पृथ्वी से लगभग 35 से 150 प्रकाशवर्ष दूर है. इन ग्रहों को खोजने के पीछे वैज्ञानिकों का मुख्य मकसद यही है कि इन ग्रहों पर जीवन की तलाश करना.

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