Chetan Sharma: क्रिकेट के मैदान पर फिटनेस की क्या भूमिका है ये हम सभी जानते हैं. फिटनेस के बिना क्रिकेट खेल पाना किसी भी खिलाड़ी के लिए बेहद मुश्किल होता है. अगर खिलाड़ी पूरी तरह फिट नहीं है तो वो मैदान पर अपना सौ प्रतिशत नहीं दे सकता है. ऐसे में टीम के खराब प्रदर्शन और हार का खतरा बढ़ जाता है. जिससे खुद को और टीम को बचाने के लिए हर खिलाड़ी अपनी फिटनेस पाने के लिए बखूबी काम करता है. जिम में पसीना बहाता है ताकि खुदको फिट रख सके और टीम को जीत दिला सके. खिलाड़ी पूरी तरह फिट होगा तभी वो मैदान पर विकेट झटकने से लेकर चौके-छक्के लगाने का माद्दा रखता होगा. ऐसे में अब खबरें सामने आ रहीं हैं कि टीम इंडिया में भी फर्जी फिटनेस का खेल चल रहा है.
इंडियन क्रिकेट टीम को लेकर बीसीसीआई (BCCI) के चीफ सलेक्टर चेतन शर्मा (Chetan Sharma) ने एक बड़ा खुलासा कर दिया है. जी न्यूज की एक एक्सक्लूसिव खबर की मानें तो टीम इंडिया में फर्जी फिटनेस का खेल खेला जा रहा है. जिसके बाद से ही क्रिकेट के गलियारों में भूचाल सा आ गया है. जिसने भी इस बात को सुना है वो सुनते ही दंग रह गया है.

चेतन शर्मा ने बताया है कि, टीम इंडिया के खिलाड़ी खुद को फिट रखने के लिए इंजेक्शन लगाते है. जिससे की वो खुद को पूरी तरह फिट दिखा सकें. उन्होंने दावा किया है कि खिलाड़ी पूरी तरह से फिट होने के लिए इंजेक्शन का इस्तेमाल करते है. अगर खिलाड़ी 85 प्रतिशत फिट होते भी है वो बोलते है कि सर मुझे खेलना है.
चेतन शर्मा ने जसप्रीत बमुराह को लेकर भी बात की है. उन्होंने कहा कि जसप्रीत बुमराह तो झुक भी नहीं पा रहे है. तो वो और क्या करेंगे. चेतन शर्मा ने आगे कहा, एक-दो मेजर इंजरी को हटा कर बाकि जो 80 प्रतिशत फिट होते हैं वो चुपके से जाकर इंजेक्शन लेते हैं और कहते हैं कि हम तो फिट है.
चेतन शर्मा की माने तो ये खिलाड़ी डॉक्टर को बुलाकर इस तरह इंजेक्शन लेते हैं जिससे वो डोप टेस्ट में बच जाएं. वो आगे कहते हैं कि खिलाड़ियों को इसकी भी जानकारी होती है कि कौन सा इंजेक्शन डोप टेस्ट में आता और कौन सा नहीं. इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि चयनकर्ता संजू सैमसन को लेकर दबाव में है.
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