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Cricket Players: इन धमाकेदार खिलाड़ियों के करियर पर क्यों लगा ग्रहण, जानें असली कारण

 

Cricket Players: आज हम आपको ऐसे खिलाड़ियो के बारे में बताने वले हैं जिनका क्रिकेट करियर और जीवन दोनों ही संघर्ष से भरा रहा है. जिनकी वक्त-वक्त पर किस्मत ने भी खूब परीक्षा ली लेकिन उन्होंने मजबूती से हर परीक्षा को पार किया. तो आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ क्रिकेटर के बारे में जिनका करियर राजनीती का शिकार बन गया और उनका क्रिकेट करियर लगभग खत्म सा हो गया.

1) अंबाती रायडू

अंबाती रायडू एक मुश्किल समय में भारतीय टीम के मध्यक्रम बल्लेबाज रहे।  2019 की शुरुआत तक, रायडू ने भारतीय मध्य-क्रम में लगभग No.4 की पोजीशन हासिल कर ली थी. हालांकि, एकदिवसीय श्रृंखला में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक खराब आउटिंग ने उन्हें विश्व कप टीम से बाहर कर दिया.

जिसके बाद उन्हें वर्ल्ड कप 2019 की टीम में भी नहीं चुना गया. हालांकि, बाद में उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए अन्तराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास का ऐलान कर दिया था।  

image credits :Ambati Rayudu/instagram

2) गौतम गंभीर

गौतम गंभीर उन कुछ भारतीय खिलाड़ियों में से एक हैं जिन्होंने अपने पहले विश्व कप में अच्छा प्रदर्शन किया था लेकिन फिर भी उन्हें अगले शोपीस इवेंट में अपनी योग्यता साबित करने का मौका तक नहीं मिला।  2011 में भारत के विश्व कप जीतने के अभियान के बाद, गंभीर लंबे समय तक टीम में नहीं रहे.

वह 2014 और 2016 में एक-दो मौकों पर ही टेस्ट टीम का हिस्सा थे, लेकिन जल्द ही बिना किसी भी वैध कारणों के कारण उन्हें ड्राप कर दिया गया. उन्होंने आखिरी बार 2013 में धर्मशाला में इंग्लैंड के खिलाफ भारत के लिए एकदिवसीय मैच खेला था।  अक्सर यह माना जाता था कि कप्तान धोनी के साथ उनके परस्पर विरोधी संबंध टीम से बाहर करने के कारणों में से एक थे। 

Cricket Players

image credits :gautam gambhir/instagram

3) एंड्रयू साइमंड्स

एंड्रयू साइमंड्स एक ऐसा क्रिकेटर था, जिसका हमेशा से ही विवादित करियर रहा।  वह मंकीगेट स्कैंडल जैसी घटनाओं के केंद्र में था, इससे पहले भी वह अपने ही साथियों में से एक के साथ झगडे में शामिल हुआ था.

2008 में बांग्लादेश के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला के माध्यम से मिड-वे पर वापस भेजे जाने के बाद साइमंड्स का करियर छोटा हो गया था, जब इस ऑलराउंडर ने टीम की बैठक में भाग लेने के बजाय मछली पकड़ने का विकल्प चुना उसके बाद में, यह दावा किया गया कि तत्कालीन उप-कप्तान माइकल क्लार्क और साइमंड्स के बीच फॉल-आउट भी मुख्य कारणों में से एक बन गया, जिसके कारण साइमंड्स का करियर बहुत लंबे समय तक नहीं चल पाया।  

4) केविन पीटरसन

इंग्लैंड स्टाइलिश बल्लेबाज केविन पीटरसन एक अंग्रेजी क्रिकेटर के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान एक ब्लॉकबस्टर खिलाड़ी रहे. उनका अपना फंकी अंदाज था जो उन्हें बाकियों में से आसानी से अलग कर देता था. हालांकि, कप्तान एंड्रयू स्ट्रॉस और कोच एंडी फ्लावर के साथ उनके संबंधों ने उनके करियर में बाधा डाली.

पीटरसन ने स्ट्रॉस के साथ आईपीएल जैसे टी20 लीग में खेलने जैसे मुद्दों पर परस्पर विरोधी विचार रखे. ऐसे ही एक स्तर पर पीटरसन क्रिकेट से जुड़ी चीजों के लिए भी सुर्खियां बटोर रहे थे.

5) शोएब अख्तर

पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर टीम की राजनीति का शिकार हो गए।  शोएब, जो पाकिस्तान के 2011 विश्व कप टीम का हिस्सा थे और वह  अभी भी भारत के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में नहीं खेलने का पछतावा करते हैं.

उनका मानना ​​था कि वह प्लेइंग इलेवन में फीचर करने के लिए काफी फिट थे लेकिन टीम प्रबंधन और कप्तान शाहिद अफरीदी युवा वहाब रियाज को मौका देने के लिए अड़े थे. अख्तर को पाकिस्तान के लिए फिर से खेलने का मौका नहीं मिला और उन्हें अपने अंतरराष्ट्रीय करियर से संन्यास लेना पड़ा.

image credits :Shoaib Akhtar/wikimedia

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