Google Most searched LIST 2022: कोहली, रोहित और धोनी को पछाड़ गूगल पर सबसे ज्यादा सर्च किए जाने वाला क्रिकेटर बना ये खिलाड़ी ?
Google Most searched LIST 2022: आप जानते हैं कि साल 2022 का अंत होने वाला है. ऐसे में आप के अंदर उत्सुकता होगी ये जानने की कि कौन है वो खिलाड़ी जिसे इस साल सबसे ज्यादा सर्ज किया गया है. ऐसे में Google पर इस साल भारत में सबसे ज्यादा सर्च की गई 10 हस्तियों की लिस्ट भी सामने आ गई है. इस लिस्ट में फिल्म, राजनीति, स्पोर्ट्स से इजुड़ी हस्तियां शामिल हैं. ऐसे में हम आपको खेल जगत की उस हस्ती के बारे में बताने वाले हैं जिसे इस साल सबसे ज्यादा सर्च किया गया है.
धोनी, कोहली और रोहित रह गए पीछे
आपको बता दें कि इस साल सबसे ज्यादा सर्च किए जाने वाले खिलाड़ियो में ना तो विराट कोहली, महेंद्र सिंह धोनी और रोहित शर्मा का नाम शामिल नहीं है. बल्कि इस साल ऐसे खिलाड़ी को लोगो ने सर्च किया है. जिसका नाम गुमनामी के दलदलों से निकलकर बुलंदियों तक पहुंचा.
तांबे को किया गया सबसे ज्यादा सर्च
जी हा हम बात कर रहे हैं क्रिकेटर प्रवीण तांबे की. अनुभवी लेग स्पिनर Pravin Tambe इस साल Google पर सबसे ज्यादा सर्च किये गए स्पोर्ट्समैन रहे हैं. तो आइए जानते हैं कौन हैं प्रवीण तांबे.
कौन है प्रवीण तांबे
प्रवीण तांबे (Pravin Tambe) क्रिकेट की दुनिया का एक ऐसा नाम है जिनका क्रिकेट करियर और जीवन दोनों ही संघर्ष से भरा रहा है. तांबे ने अपने हुनर के दम पर वो करनामा कर दिखा जिसके बारे में कल्पना करना ही बेहद मुश्किल है. तांबे की वक्त-वक्त पर किस्मत ने भी खूब परीक्षा ली लेकिन उन्होंने मजबूती से हर परीक्षा को पार किया.
प्रवीण तांबे को कम उम्र के खिलाड़ियो के साथ खेलने पर अंकल बोला गया, उम्दा प्रदर्शन करने के बाद भी उन्हें उम्र का हवाला देकर रणजी की टीम से हमेशा बाहर कर दिया जाता था. परिवार और समाज के ताने सुन-सुन कर एक दिन ऐसा आया जब प्रवीण थक गए थे. लेकिन तभी उनके इस अंधेरे को 41 वर्ष बाद वो सुबह मिली जिसने उन्हें इस उम्र में अजूबा करने की हिम्मत दी. तो आइए आज तांबे की कहानी कुछ अनसुने किस्सों से आपको रूबरू करते हैं.
संघर्ष में बिताया शुरूआती जीवन
प्रवीण तांबे का जन्म 8 अक्टूबर 1971 को मुंबई में हुआ था. इस समय प्रवीण का एक बेटे और एक बेटे के पिता भी है.तांबे एक मध्यमवर्गी परिवार से आते थे. जहां जल्द शादी होने से घर और परिवार का पूरी जिम्मेदारी उन पर आन पड़ी. ताबें दिन में काम करते और उसी में से समय निकालकर अपने सपने को पूरा करने के लिए मैदान पर पसीना बहाते थे.
उन्होंने लगातार मुंबई के मैदानों पर 20 वर्ष क्रिकेट खेली लेकिन उन्हें आगे बढ़ने का कभी कोई मौका नहीं मिला. तांबे ने हार नहीं मानी और अपने रणजी ट्रॉफी खेलने के सपने को साकार करने के लिए वो जीजान से बिना थके मेहनत करते रहे,
20 सालों के सफर को मिली मंजिल
तांबे को क्रिकेट का हुनर अपने पिता से मिला था. उनके पिता भी क्रिकेटर रहे हैं. उन्होंने जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी की टीम के लिए क्रिकेट खेला है. ताबें अपने करियर के शुरुआत में फास्ट बॉलर लेकिन ओरिएंट शिपिंग टीम में खेलने के दौरान उन्होंने लेग स्पिन में हाथ आजमाया. यहीं से उनको और अधिक सफलता मिलना प्राप्त हुई. 2004 में ओरिएंट शिपिंग बंद होने के बाद तांबे ने DY पाटिल एकेडमी ज्वाइन कर ली.
तांबे पर पड़ी राहुल द्रविड़ की नजर
प्रवीण तांबे पर हुनर के भरपूर थे बस उनको एक ब्रेक की जरूरत थी लेकिन तांबे की बढ़ती उम्र उनके लिए लगातार चिंता पैदा कर रही थी. साल 2013 आते-आते तांबे 40 की दहलीज पार कर चुके थे. जब उनको सब कुछ अंधेरे की तरह लगने लागा तभी उनके जीवन में राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) आशा की एक किरण बन कर आए.
प्रवीण तांबे को क्रिकेट के मैदान पर लाने का श्रेय भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज और वर्तमान कोच राहुल द्रविड़ को जाता है. उन्होंनें तांब में छिपी हुई प्रतिभा को पहचाना और उन्हें आईपीएल 2013 में राजस्थान रॉयल्स की टीम में चुना.
2013 में राजस्थान के लिए किया डेब्यू
प्रवीण तांबे ने मई 2013 में राजस्थान रॉयल्स टीम की ओर से खेलते हुए अपना IPL डेब्यू किया था. तांबे की उस समय उम्र 41 साल 7 महीने थी. साल 2014 में उन्होंने कोलकाता के खिलाफ खेलते हुए 2 गेंदों में हैट्रिक लेने का अद्भूद रिकॉर्ड अपने नाम किया. उन्होंने इस मैच के 15वां पहली गेंद वाइड डाली थी. जिस पर मनीष पांडे स्टंप आउट हो गए. इसकी अगली गेंद पर यूसुफ पठान प्रवीण तांबे को कैच थमा बैठे. दूसरी गेंद पर रयान डेन डोस्काटे भी एलबीडब्यू आउट हो गए.
इसके साथ ही तांबे आईपीएल इतिहास में दो गेंद पर हैट्रिल लेने वाले इकलौते गेंदबाज बन गए. तांबे ने पहले राजस्थान रॉयल्स और फिर गुजरात लायन्स और सनराइजर्स हैदराबाद की टीम के लिए आईपीएल खेला. इस दौरान उन्होनें ने 33 मैचों में 28 विकेट अपने नाम किए हैं
संघर्ष की कहानी राहुल की जुबानी
द्रविड़ ने एक इवेंट में तांबे के बारे में बात करते हुए कहा कि मैं जब टीम को कोच था उस वक्त टीम को लेग स्पिनर की जरूरत थी. तांबे तब हमें नेट्स पर बॉलिंग करने के लिए आए तो एक युवा खिलाड़ी ने कहा यह अंकल कौन है? वो अच्छी गेंदबाजी कर रहे थे इसलिए हमने उन्हें टीम में ले लिया. मुझसे राजस्थान के CEO ने कॉल कर पूछा- आप कर क्या रहे हो? हम युवाओं को प्रमोट करेंगे 40 साल के खिलाड़ी को नहीं. जिसके जबाव में मैंने उनसे कहा कि मुझे उन पर विश्वास है.
इस तरह प्रवीण का क्रिकेट करियर स्टार्ट हुआ. पकि फिल्म में प्रवीण तांबे के जीवन पर कुछ समय पहले ही एक फिल्म आई है. प्रवीण तांबे कौन, इस फिल्म में प्रवीण तांबे का रोल को श्रेयस तलपड़े ने निभाया है.
प्रीण तांबे अब तक 2 प्रथम श्रेणी क्रिकेट मैच और 6 लिस्ट-ए क्रिकेट मैच खेल चुके हैं जिसमें उन्होंने 7 विकेट अपने नाम किए हैं. टी20 क्रिकेट में अब तक उन्होंने अलग-अलग टी-20 लीग्स में 61 मैच खेल चुके हैं. जिसमें उन्होंने 67 विकेट भी लिए हैं.
ये भी पढ़ें : IND vs BAN 1st Test: भारत-बांग्लादेश के बीच पहले टेस्ट में होगी कांटे की टक्कर, जानें कब और कहां फ्री में देख सकते हैं मैच