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कैसे किए गए Suryakumar Yadav के 10 साल बर्बाद, कौन है इसका दोषी? जानें पूरी हकीकत...

 

भारतीय क्रिकेट में पिछले कुछ समय में ही सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) का कद एकदम बढ़ गया है. सूर्यकुमार यादव आज भारतीय मिडिल ऑर्डर की जान होने के अलवा दुनियां के नंबर 1 टी20 बल्लेबाज होने के साथ साथ भारतीय टीम के लिए एक साल में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजी भी बन गए हैं. इसके साथ ही सूर्या ने कई भारतीय समेत विदेशी खिलाड़ियों के बड़े बड़े रिकॉर्ड को भी धवस्त कर दिया है.

सूर्या कुमार यादव इन दिनों टी20 वर्ल्ड कप में अपने बल्ले से आग उगल रहे हैं. उन्होंने इस दौरान कई विस्फोटक पारियां खेली हैं. जिसमें से जिंबाब्वे के खिलाफ 25 गेंदों पर 244 की स्ट्राइक रेट से 61* रनों की तूफानी पारी भी शामिल हैं. सूर्या आज अपने करियर के शिखर पर हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि सूर्या कुमार यादव का भारतीय टीम में आने और ऐसे अद्भुत कारनामे करने का सफर कितना कठिन रहा नहीं तो आइए आज हम आपको बताते हैं.

बीसीसीआई ने सूर्या को किया नजरंदाज

सूर्यकुमार यादव ने साल था 2010 में घरेलू क्रिकेट में मुंबई की ओर से शानदार खेलते हुए बीसीसीआई (BCCI) को अपने नाम का परिचय कराया था. इसके बाद 2011 में मुंबई इंडियंस ने उन्हें खुद से जोड़ लिया. इस दौरान बीसीसीआई और चयनकर्ताओं की नजर उन पर पड़ी तो सही लेकिन उन्हें टीम इंडिया में जगह नहीं दी गई. सूर्या जैसे धांसू खिलाड़ी को 10 साल तक टीम इंडिया में खेलने का मौका नहीं दिया गया. जब आईपीएल के जरिए सूर्या ने पूरी दुनियां में अपने नाम का ढंका बजा दिया तब उन्हें मार्च 2021 में 31 साल की उम्र में भारत की तरफ से डेब्यू करने का मौका मिला. ऐसे में सूर्या ने अपने लाइफ के 10 साल गंवा दिए. इन 10 सालों में वो इंडिया के लिए खेलते तो क्या से क्या कर देते.

सूर्या का रणजी में धमाल

जब सूर्यकुमार यादव 20 साल के थे. तब उन्होंने 2010 में रणजी में डेब्यू किया था. उस वक्त सूर्या के साथ आज केभारतीय कप्तान रोहित शर्मा बल्लेबाजी कर रहे थे. इस मैच में सूर्या ने 73 रनों की पारी खेली और टॉप स्कोरर भी रहे. इसके बाद अगले ही साल 2011-12 के रणजी सीजन में 754 रन जड़कर मुंबई की टीम में अपनी जगह पक्की कर ली.

साथ के खिलाड़ियों को दिया गया मौका

इस दौरान सूर्या को नजरंदाज किया गया. उनके साथ खेल अक्षर पटेल, केएल राहुल, जसप्रीत बुमराह को भी टीम इंडिया में जगह मिल गई लेकिन सूर्या को टीम इंडिया में आने के लिए और इंतजार कराया गया. साल 2018, 2019 और 2020 के आईपीएल सीजन में सूर्या ने 512, 424 और 480 रन बना दिए. सूर्या 2018 के IPL में वो सबसे महंगे अनकैप्ड खिलाड़ी बने. तब MI ने उन्हें 3.2 करोड़ रुपये में खरीदा था. इसके बाद भी टीम इंडिया में जगह नहीं बना पाए.

सूर्या के करियार के 10 साल बर्बाद

क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि सूर्या को अगर 21 साल की उम्र में भारत के लिए खेलना का मौका मिला होता तो आज वो कहां होते और भारतीय क्रिकेट कहां होता. जब एबी डिविलियर्स इंटरनेशनल क्रिकेट में बल्ले से तहलका मचाते हुए मिस्टर 360 डिग्री प्लेयर का खिताब पा रहे थे. उन सालों में सूर्यकुमार यादव के टैलेंट को घरेलू क्रिकेट में बर्बाद किया जा रहा था. ऐसे में चयनकर्ताओं और बीसीसीआई पर बड़े सवाल खड़े होते हैं.

सूर्या जैसे कितने और हो रहे हैं बर्बाद

सूर्या ने इतने रिजेक्शन के बाद उम्मीद लगभग छोड़ दी थी. इसके बाद 2016 में सूर्या ने शादी की और उनकी पत्नी ने उन्हें नई हिम्मत और हौसला दिया. जिसकी बदौलत आज सूर्या इंडिया के लिए खेलते हुए 200 की स्ट्राइक रेट से हमेशा रन बनाते हैं. जिसके चलते सूर्यकुमार यादव 720 डिग्री खिलाड़ी आज कहलाए जाने लगे हैं. लेकिन अब भी एक सवाल बनता है. कि घरेलू क्रिकेट में सूर्या जैसे कितने खिलाड़ी और हैं जिन्हें नजरंदाज कर उनके करियर को बर्बाद किया जा रहा है.

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