ऑस्ट्रेलिया के हेड कोच लैंगर का छलका दर्द, डब्ल्यूटीसी फाइनल में नहीं पहुँचने की ये बड़ी वजह बताई
ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कोच जस्टिन लैंगर ने स्वीकार किया कि मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) में भारत के खिलाफ टेस्ट मैच में धीमी ओवर गति का खामियाजा ऑस्ट्रेलिया को टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल से बाहर होकर भुगतना पड़ा है. दरसल, भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया ने समय पर अपने ओवर पूरे नहीं किये थे. एमसीजी टेस्ट मैच में समय से दो ओवर पीछे रही टिम पेन की अगुवाई वाली ऑस्ट्रेलिया के पॉइंट्स में से चार अंक कम कर दिए गए थें. अगर ऐसा नहीं होता, तो ऑस्ट्रेलिया डब्ल्यूटीसी स्टैंडिंग में दूसरे स्थान पर होती और फाइनल में भारत के खिलाफ उनका मुकाबला होता
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट वेबसाइट cricket.com.au के मुताबिक हेड कोच जस्टिन लैंगर ने लैंगर ने एसईएन को बताया कि यह काफी मुर्खता भरी बात होगी जो उन्होंने कभी कहा होगा, लेकिन उनके मैनेजर गेविन डोवी, सीरीज के समय फैमिली के साथ क्रिसमस मानाने के लिए घर चले गये थें. यह तब तक चली जबतक एहसास हुआ कि हमारी ओवर रेट डाउन थी. यह वास्तव में काफी सुस्त रवैया था. यह उस समय प्रासंगिक था और निश्चित रूप से सप्ताह के अंत में अविश्वसनीय रूप से महत्वपूर्ण हो गया. "
लैंगर ने कहा, "मुझे याद है कि हम बाद में टीम के कमरे में थे और मैंने इसके बारे में टिम पेन और हमारे टीम विश्लेषक डेने हिल्स से बात की थी. मैं इसके बारे में थोड़ा गंभीर था और मुझे लगा कि कही हमारे विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की राह मुश्किल न हो जाए, मैंने बाद में खिलाड़ियों को बताया कि ये दो ओवर विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में भारी पड़ सकते हैं"
दक्षिण अफ्रीका दौरा रद्द करने से हुई गड़बड़
बता दें साल की शुरुआत में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला को स्थगित कर दिया था. जैसे ही श्रृंखला रद्द हुई, डब्ल्यूटीसी के फाइनल में पहुंचने का ऑस्ट्रेलिया का भाग्य भारत और इंग्लैंड के बीच श्रृंखला परिणाम पर निर्भर था.
हेड कोच ने आगे कहा कि "आजकल टेस्ट क्रिकेट में आप कितने अंक ज्यादा से ज्यादा गंवा सकते हैं ? शायद ही कभी ऐसा हो और परिस्थिति हमारे पास हमारे नियंत्रण में थी, यह एक आम बात है. उस समय, हमने शायद सोचा था कि यह बहुत बड़ी बात नहीं है - ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ियों पर जुर्माना लगाया जाएगा लेकिन यहाँ हमारे विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल पर ही इसका असर पड़ गया. वो भी तब जब ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के लिए दो साल काफी अच्छी थी."
लैंगर के मुताबिक "यह काफी निराशाजनक है लेकिन सबक ऐसी चीज हैं जिन्हें हम नियंत्रित कर सकते हैं, और हमें यह करना होगा. आप टेस्ट क्रिकेट में एक सेकंड के लिए भी आराम नहीं कर सकते"
बता दें भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच एजेस बाउल,साउथेम्प्टन में 18-22 जून तक विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेला जाएगा.
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