टीम इंडिया को फरवरी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4 टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है. इस सीरीज का पहला मैच 9 फरवरी से शुरू होने वाला है. जिसके लिए टीम इंडिया के स्टार ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) जीतोड़ मेहनत कर रहे हैं. जडेजा इस सीरीज से करीब पांच महीनों बाद टीम में वापसी की उम्मीद लगाए बैठे हैं.
जडेजा को इस टेस्ट सीरीज के लिए टीम में शामिल किया गया है. जिसके बाद ने से जडेजा पिछले कई हफ्तों से अपनी फिटनेस पाने के लिए ग्राउंड पर कड़ी मेहनत कर रहे हैं. अब एक बड़ी खबर सामने आ रही है. अगर जडेजा को टीम इंडिया में जगह बनानी है तो उन्हें घरेलू क्रिकेट में खूद को साबित करना होगा.
चोट से उभर चुके हैं जडेजा
आपको बता दें कि रविंद्र जडेजा एशिया कप 2022 से टीम से बाहर चल रहे हैं. उनको पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए मैच के दौरान एक्टिविटी करते हुए चोट लगी थी. जिसके बाद उनके घुटने की सर्जरी हुई थी. जड़ेजा तब से अब तक टीम से बाहर हैं.
इस चोट के बाद रविंद्र जडेजा के घुटने की सर्जरी हुई थी. जिसके बाद उन्हें रिकवरी में लगभग 4 से ज्यादा महीन लग गए. जडेजा ने एनसीए में फिटनेस टेस्ट तो पास कर लिए थे. लेकिन उनको क्लीन चिट नहीं दी गई थी. जिसके बाद वो टीम में खेलते हुए नजर नहीं आए.
सौराष्ट्र के बनेंगे कप्तान
रविंद्र जडेजा अब रणजी ट्रॉफी में सौराष्ट्र की ओर से खेलते हुए नजर आएंगे. जडेजा को सौराष्ट्र की टीम का कप्तान भी बनाया गया है. ऐसे में जडेजा के पास मौका होगा कि वो अपने आप को सबित करते हुए टीम इंडिया में धमाकेदार एंट्री मारें.
रणजी ट्रॉफी में 24 जनवरी से सौराष्ट्र और तमिलनाडु के बीच मैच खेला जाने वाला है. इस मैच के साथ जडेजा की मैदान पर वापसी एक नए अवतार में होने वाली है. जहां वो बल्लेबाज और गेंदबाज से पहले सौरष्ट्र टीम के कप्ताने की भूमिका में नजर आने वाले हैं.
दरअसल चयनकर्ताओं ने जडेजा को पहले बांग्लादेश सीरीज के लिए टीम में शामिल किया था. जिसके बाद उनको फिटनेस के चलते खेलने का मौका नहीं मिला. इसके बाद ऐसा ही श्रीलंका और न्यूजीलैंड सीरीज में हुआ. जिस पर बीसीसीआई का कहना था कि वो जडेजा को लेकर कोई जल्दबाजी नहीं करना चाहते हैं. जडेजा उनके प्रमुख खिलाड़ी हैं. वो जडेजा को ठीक होने का पूरा मौका देना चाहते हैं.
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