Sania Mirza ने किया रिटायरमेंट का ऐलान, जानें कब खेलेंगी आखिरी मैच

 
Sania Mirza ने किया रिटायरमेंट का ऐलान, जानें कब खेलेंगी आखिरी मैच

Sania Mirza: इंडिया की टेनिस सुपरस्टार सानिया मिर्जा (Sania Mirza) ने अपने संन्यास का ऐलान कर दिया है. ऑस्ट्रेलिया में 16 तारीख से ऑस्ट्रेलिया ओपन (Australian Open 2023) शुरू हो रहा है. जिसमें सानिया मिर्जा भी खेलती हुईं नजर आएंगी. ये उनका आखिरी ग्रैंडस्लैम (Tennis Grand Slam) टूर्नामेंट होगा. सानिया ने खुद अपने लास्ट मैच की पुष्टि कर दी है. वो फरवरी में होने वाले टूर्नामेंट के बाद सन्यास ले लेंगी.

कब होंगी सानिया रिटायर

सानिया मिर्जा ने एक वेबसाइट को इंटरव्यू देते समय कहा कि, मैंने पिछले साल डब्ल्यूटीए फाइनल्स के बाद ही रिटायरमेंट के बारे में सोच लिया था. जिसके बाद किस्मत ने मेरा साथ नहीं दिया और एल्बो में चोट के कारण मुझे यूएस ओपन समेत कई अन्य टूर्नामेंट से अपना नाम वापस लेना पड़ा. अब मैं नहीं चाहती कि मैं चोट के कारण बाहर हो जाऊं और अपने करियर को अलविदा कह दूं. मैं अपनी शर्तों पर जीती हूं. इसी कारण से मैं दुबई टेनिस चैंपियनशिप के बाद रिटायर हो जाउंगी.

WhatsApp Group Join Now

डबल्स में खेलेंगी सानिया

आपको बता दें कि सानिया मिर्जा ऑस्ट्रेलिया पहुंच चुकी हैं. वो अपने आखिरी टूर्नामेंट से पहले 16 तारीख से ऑस्ट्रेलियन ओपन 2023 में खेलती हुईं नजर आएंगी. यहां सानिया मिर्जा डबल में खेलेंगी. सानिया मिर्जा भारत की सबसे सफल महिला टेनिस प्लेयर हैं. वह इस समय अपने पति पाकिस्तान के क्रिकेटर शोएब मलिक के साथ दुबई में रहती है.

Sania Mirza ने किया रिटायरमेंट का ऐलान, जानें कब खेलेंगी आखिरी मैच

सानिया मिर्जा ने कब की शादी

जब सानिया मिर्जा ने पाकिस्तान के क्रिकेटर शोएब मलिक से अप्रैल 2010 में शादी कर ली. इन दोनों की पहली मुलाकात ऑस्ट्रेलिया में हुई थी. आज इन दोनों का एक बेटा भी है. इस वक्त इन दोनों के तलाक की चर्चाएं जोरों पर हैं.

सानिया ने 1999 में की करियर की शुरूआत

सानिया मिर्जा ने अपने करियर की शुरुआत 1999 में विश्व जूनियर टेनिस चैम्पियनशिप से की थी. इसके बाद सानिया ने पीछे मुड़कर नहीं देखा. इसके बाद उन्होंने कई अंतर्राष्ट्रीय मैचों में शिरकत की और सफलता भी पाई. वर्ष 2003 उनके जीवन का सबसे रोचक मोड़ बना जब भारत की तरफ से वाइल्ड कार्ड एंट्री करने के बाद उन्होंने विम्बलडन में डबल्स के दौरान जीत हासिल की.

इसके बाद साल 2005 के अंत में उनकी अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग 42 हो चुकी थी जो किसी भी भारतीय टेनिस खिलाड़ी के लिए सबसे ज्यादा थी. मई 2006 में पाँचवीं वरीयता प्राप्त सानिया मिर्ज़ा को 2 लाख अमेरिकी डालर वाली इंस्ताबुल कप टेनिस के दूसरे ही राउंड में हार का मुँह देखना पड़ा. दिसम्बर 2006 में दोहा में हुए एशियाई खेलों में उन्होंने लिएंडर पेस के साथ मिश्रित युगल का स्वर्ण पदक जीता.

सानिया के नाम दर्ज हुआ ये मुकाम

सानिया ने 2003 में विंबलडन चैंपियनशिप गर्ल्स डबल में खिताब भी जीता. एशियाई खेलों में सानिया ने चार स्वर्ण पदक जीते. साल 2007 में सानिया ने चार युगल खिताब जीते और एकल रैंकिंग में विश्व में 27वें नंबर पर जगह बना ली. 2009 में सानिया ने ऑस्ट्रेलियाई ओपन में महेश भूपति के साथ मिक्स्ड डबल में पहला ग्रैंड स्लैम जीता. सानिया मिर्जा ने अपने करियर में 6 ग्रैंड स्लैम हासिल किए हैं.

सानिया को पद्मश्री अवार्ड, अर्जुन अवार्ड और राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड समेत कई सम्मान राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिले हैं.

ये भी पढ़ें : Hardik Pandya ने विनिंग चौका लगाने से पहले DK को इशारा कर क्यों कहा ? मैं हूं ना, देखें वीडियो

Tags

Share this story