Smriti Mandhana: टीम इंडिया की उप-कप्तान स्मृति मंधाना (Smriti Mandhana)साउथ अफ्रीका में चल रहे विमेंस टी20 वर्ल्ड कप 2023 में ऑयरलैंड के खिलाफ 20 फरवरी सेंट जॉर्ज पार्क में अपने टी20 करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी खेली. इस मैच में स्मृति मंधाना ने 87 रनों की ताबड़तोड पारी खेली. जिसकी बदौलत इंडिया ने डकवर्थ/लुइस नियम के आधार पर आयरलैंड को 5 रन से मात दे दी. इसके साथ ही टीम इंडिया ने सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया. अब सेमीफाइनल में 23 फरवरी को भारत का सामना भारत से हो सकता है. स्मृति मंधाना ने हाल के साल में अपने धमाकेदार खेल के दम पर महिला क्रिकेट की लोकप्रियता को बढ़ाने में अहम योगदान दिया है. आज हम आपको इस प्रतिभाशाली क्रिकेटर के जीवन से जुड़ी हुई कुछ अहम बातें बताने वाले हैं.
इस मैच में स्मृति मंधाना ने भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाए. मंधाना ने शुरूआत से ही आक्रमक रूप दिखाया. उन्होंने शुरूआत में चौके-छक्कों की बारिश कर दी. मंधाना 87 रन बनाकर आउट हो गईं. उन्होंने अपनी पारी में 56 गेंदों का सामना किया. इस दौरान उन्होंने 9 चौके और 3 छक्का लगाया. इसके साथ ही मंधाना ने इस मैच में कई रिकॉर्ड भी अपना नाम किए .
Smriti Mandhana

स्मृति मंधाना ने बनाए कई बड़े रिकॉर्ड
- स्मृति मंधाना ने आयरलैंड के खिलाफ अपने टी20 करियर का सर्वश्रेष्ठ स्कोर बना लिया है.
- मंधाना 87 रन बनाए. ये उनका टी20 क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ स्कोर है.
- इससे पहले उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 86 रन था. जो न्यूजीलैंड के खिलाफ आया था.
- मंधाना भारत की तरफ से साउथ अफ्रीका में सबसे बड़ी पारी खेलने वाली प्लेयर बन गई हैं.
- मिताली राज ने साल 2018 में 78 रनों की पारी खेली थी.
- मंधाना ने भारत के लिए 115 टी20 इंटरनेशनल मैचों में 2800 रन बनाए हैं.
- मंधाना अर्धशतक लगा ने के मालमें में दुनिया की दूसरी खिलाड़ी है.
- न्यूजीलैंड की सूज बेट्स ने 26 जबिक मंधाना ने 22 अर्धशतक लगाए हैं.
मंधाना ने सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड किया अपने नाम
इसके साथ ही मंधाना महिला विश्व कप 2023 में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली खिलाड़ी बने गई हैं. उन्होंने अब तक तीन मैच खेले हैं जिनमें 149 रन बनाए हैं. वहीं ऑस्ट्रेलिया की एलिसा हीली ने तीन मैचों में 146 रन बनाए थे. स्मृति मधाना ने उनको भी पीछे छोड़ दिया है.

मंधाना ने कैसे बनाई टीम में जगह
स्मृति का जन्म 18 जुलाई, 1996 को मुंबई, भारत में हुआ था. उनके पिता एक पूर्व जिला स्तरीय क्रिकेटर थे. उन्होंने स्मृति और उनके भाई को क्रिकेट खेलने के लिए प्रोत्साहित किया. अपने भाई को महाराष्ट्र के लिए अंडर-16 टूर्नामेंट में खेलते देखने के बाद वह क्रिकेट खेलने के लिए प्रेरित हुई. नौ साल की उम्र में उनका चयन महाराष्ट्र की अंडर-15 टीम में हो गया था. ग्यारह साल की उम्र में उन्हें महाराष्ट्र अंडर-19 टीम के लिए चुना गया था. उन्होंने 16 साल की उम्र में 2013 में भारतीय महिला क्रिकेट टीम के लिए पदार्पण किया.
मंधाना के रिकॉर्ड और उपलब्धियां
स्मृति ने अपने करियर में कई बड़े रिकॉर्ड हासिल किए हैं. मंधाना साल 2018 में एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में दोहरा शतक बनाने वाली पहली भारतीय महिला क्रिकेटर बनीं. उनके पास टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में एक भारतीय महिला क्रिकेटर द्वारा सबसे तेज अर्धशतक का रिकॉर्ड भी है. 2019 में वो एकदिवसीय मैचों में दूसरी सबसे तेज 2,000 रन बनाने वाली महिला क्रिकेटर बनीं.
स्मृति मंधाना जीत चुकी हैं ये पुरस्कार
स्मृति के प्रदर्शन ने उन्हें कई पुरस्कार दिलाए हैं. 2018 में उन्हें BCCI वार्षिक पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ महिला अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर नामित किया गया था. उन्हें 2018 में आईसीसी महिला प्लेयर ऑफ द ईयर भी नामित किया गया था. जिससे वह झूलन गोस्वामी के बाद पुरस्कार प्राप्त करने वाली दूसरी भारतीय महिला क्रिकेटर बन गईं.
सोशल मीडिया का प्रभाव
इंस्टाग्राम पर 7 मिलियन से ज्यादा फॉलोअर्स के साथ स्मृति के सोशल मीडिया पर काफी फॉलोअर्स हैं. मंधाना अपने फैशन सेंस के लिए जानी जाती हैं और उन्हें कई फैशन और लाइफस्टाइल पत्रिकाओं में चित्रित किया गया है. 2020 में उन्हें वूमेंस स्पोर्ट ट्रस्ट द्वारा खेलों की शीर्ष 100 प्रभावशाली महिलाओं में से एक के रूप में नामित किया गया था.
महिलाओ को सोचने का दिया नया नजरिया
स्मृति भारत में महिला क्रिकेट के लिए एक आदर्श रही हैं. उन्होंने महिला क्रिकेट के लिए बेहतर बुनियादी ढांचे और सुविधाओं की आवश्यकता के बारे में बात की है. और महिला क्रिकेटरों के लिए समान वेतन और मान्यता की वकालत भी की है. वो युवा लड़कियों के लिए एक आदर्श भी रही हैं जो पेशेवर रूप से क्रिकेट खेलने की इच्छा रखती हैं.
ये भी पढ़ें : ICC Women’s World Cup 2022: इंडिया कल इग्लैंड के खिलाफ खेलने उतरेगी मैच, जानें किस के पक्ष में हैं आंकड़े