T20 World Cup 2022: नॉकआउट मैचों में हार के सिलसिले को बदलकर क्या पाकिस्तान से फाइनल में भिड़ेगी इंडिया
T20 World Cup 2022 Semi Final: आईसीसी टूर्नामेंटों में पिछले कुछ साल का इतिहास भी भारत के पक्ष में नहीं है। भारतीय टीम 2013 के बाद से आखिरी दो चरण की बाधा पार नहीं कर सकी है। वह 2014 टी20 विश्व कप के फाइनल में और 2016 टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल में हार गई। रोहित शर्मा ने ये सारे मैच खेले हैं लेकिन वह कप्तान नहीं थे तो कप्तानी के सबसे अहम दौर पर अतीत का कोई बोझ उनके सीने पर नहीं है।
2014 के T20 World Cup फाइनल में मिली हार
भारत जो 2011 का वर्ल्ड कप, 2013 की चैंपियंस ट्रोफी जीत चुका था उसके पास तिकड़ बनाने का मौका था लेकिन ऐसा हो नहीं पाया। टीम मीरपुर की विकेट पर बड़ा स्कोर नहीं बना पाई।
इस मैच में कुमार संगाकारा ने टॉस जीतकर भारत को बल्लेबाजी का न्योता दिया। जिसके जवाब में भारतीय टीम विराट कोहली के 77 रनों की बदौलत महज 130 रन का स्कोर खड़ा कर पाई।
संगाकारा की टीम के पास सिर्फ 131 रन का लक्ष्य था। संगाकारा ने कप्तानी पारी खेलते हुए मुश्किल नजर आ रही विकेट पर 35 गेंद पर नाबाद 52 रन बनाए। महेला जयवर्धने ने भी रन अ बॉल 24 रन बनाए। तिसारा परेरा ने 14 गेंद पर 23 रन बनाकर लंकाई टीम पर प्रेशर नहीं पड़ने दिया और लंकाई टीम ने छह विकेट से मैच अपने नाम किया।
2016 में वेस्टइंडीज ने किया सपना चकनाचूर
साल 2016 में टी-20 क्रिकेट विश्व कप का आयोजन भारत में हुआ। क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना था कि भारत 2016 टी-20 विश्व कप जीतने का प्रबल दावेदार है। महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई वाली टीम इंडिया ने विश्व कप शानदार प्रदर्शन करते हुए सेमीफाइनल तक पहुंची। सेमीफाइनल मैच में भारत का मुकाबला वेस्टइंडीज से था।
दोनों टीमों के बीच ये मुकाबला मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला गया। ये वही मैच था जिसमें भारत शानदार प्रदर्शन करने के बावजूद हार गया। वेस्टइंडीज के तूफानी बल्लेबाज आंद्रे रसेल और लेंडल सिमंस ने टीम इंडिया की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। इस सेमीफाइनल मैच में वेस्टइंडीज ने भारत को 7 विकेट से हराया था।
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