T20 World Cup Final: इन पांच कमियों के कारण इतिहास दोहराने से चूके बाबर आजम, पढें पूरी खबर
T20 World Cup Final: बाबर आजम (Babar Azam) की अगुआई में पाकिस्तान की टीम 30 साल पुराना इतिहास नहीं दोहरा सकी. टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में (ENG sv PAK) इंग्लैंड ने पाकिस्तान को मेलबर्न के मैदान पर खेले गए फाइनल में 5 विकेट से हराया.
1992 में इसी मैदान पर पाकिस्तान ने इंग्लैंड को हराकर पहली बार वनडे वर्ल्ड कप जीता था. तब टीम के कप्तान इमरान खान (Imran Khan) थे, लेकिन बाबर की टीम इमरान वाला कारनामा नहीं कर सकी.आइए आपको बताते हैं वो 5 कमियां जिनके चलते बाबर इमरान खान के रिकॉर्ड तक नहीं पहुंच सके.
T20 World Cup Final मे ये कमियां पड़ी भारी
1.इमरान खान 1992 में नंबर-3 पर बल्लेबाजी करने उतरे. उन्होंने टीम की ओर से सबसे अधिक 72 रन बनाए थे. इस तेज गेंदबाज ने एक विकेट भी लिया. दूसरी ओर बाबर आजम मैच में 32 रन ही बना सके. टीम की ओर से कोई अर्धशतक नहीं लगा.
2.मोहम्मद रिजवान टीम के दूसरे सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज माने जाते हैं. लेकिन फाइनल में वे 14 गेंद पर 15 रन ही बना सके. वहीं 1992 के फाइनल की बात करें, तो जावेद मियांदाद ने 58 रन बनाकर स्कोर को 200 तक पहुंचाया था.
3.ऑलराउंडर मोहम्मद नवाज फाइनल में फाइनल में कोई कमाल नहीं दिखा सके. उन्हें गेंदबाजी नहीं मिली. बल्लेबाजी में वे 7 गेंद पर सिर्फ 5 रन बना सके. 1992 में वसीम अकरम ने 18 गेंद पर महत्वपूर्ण 33 रन बनाए थे. इस कारण टीम 249 रन तक पहुंच सकी थी.
4.टी20 वर्ल्ड कप के अहम मौके पर शाहीन शाह अफरीदी चोटिल हो गए. वो जिस समय हटे उस समय इंग्लैंड को 29 गेंद पर 41 रन बनाने थे. वहीं 1992 के फाइनल में वसीम अकमर और मुश्ताक अहमद ने 3-3 विकेट लेकर इंग्लैंड को 227 रन ही रोक दिया था.
5.फाइनल में पाकिस्तान के स्पिनर्स एक ही विकेट ले सके. इफ्तिखार ने 5 गेंद पर 13 रन लुटा दिए. वहीं 1992 में मुश्ताक अहमद के अलावा बाएं हाथ के स्पिनर आमिर सुहैल ने भी कसी हुई गेंदबाजी की थी.
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