Team India: यो-यो के बाद अब DEXA टेस्ट से गुजरेंगे भारत के धुरंधर, जानें खिलाड़ियों को क्या होगा इसका फायदा ?

 
Team India: यो-यो के बाद अब DEXA टेस्ट से गुजरेंगे भारत के धुरंधर, जानें खिलाड़ियों को क्या होगा इसका फायदा ?

इन दिनों श्रीलंका की टीम भारत मेंं है. जहां पर टीम इंडिया (Team India) मेहमान टीम से 3 टी20 और 3 वनडे मैचों में भिड़ने वाली है. ऐसे में अचानक से ही DEXA टेस्ट की चर्चा तेज हो गई है. अब आप भी सोच रहे होंगे कि क्या है ये DEXA टेस्ट. कैसे होता है ये DEXA टेस्ट. तो आज हम आपको इस DEXA टेस्ट के बारे में सब कुछ बताने वाले हैं.

बीसीसीआई का बड़ा फैसला

आपको बता दें कि बीसीसीआई (BCCI) ने 1 जनवरी को हुई अपनी रिव्‍यू मीटिंग में कई बड़े फैसले लिए. बीसीसीआई ने इस मीटिंग में प्‍लेयर्स को इंजरी से बचाने और उनकी फ‍िटनेस बेहतर करने के लिए यो-यो टेस्‍ट (yo-yo test) के साथ ही अब डेक्‍सा स्‍कैन (Dexa Scan) को अनिवार्य कर दिया गया है.जो खिलाड़ी इन टेस्‍ट में फेल होगा. उसे टीम में जगह नहीं मिलेगी.

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ये है डेक्सा टेस्ट का काम

दरअसल डेक्सा एक प्रकार का बोन डेंसिटी टेस्ट (BDT) है. इस प्रक्रिया में एक्स-रे तकनीक का इस्तेमाल होता है. डेक्सा सेफ, दर्द रहित और जल्दी से होने वाला टेस्ट है. इसका मकसद हड्डियों की मजबूती को मापना है. इस टेस्ट में 2 प्रकार की बीम बनती है जिसमें एक बीम की ऊर्जा काफी हाई होती है. वहीं दूसरी बीम की ऊर्जा लो होती है.

ये दोनों बीम हड्डियों के अंदर से गुजरकर एक्स-रे करती हैं. जिससे पता चल जाता है कि हड्डियों की मोटाई कितनी है. डेक्सा मशीन के जरिए इस पूरे प्रोसेस को किया जाता है. यह पूरा स्कैन हड्डी में किसी प्रकार के फ्रैक्चर की संभावनाओं को भी बता देता है. यही नहीं इस टेस्ट के जरिए बॉडी का फैट प्रतिशत, भार और टिशू के बारे में भी जानकारी मिल जाती है. ये टेस्ट लगभग 10 मिनट में बता देगा कि कोई खिलाड़ी शारीरिक रूप से कितना फिट है. ये टेस्ट खिलाड़ियों को इंजरी से बचाने में भी सहायक होगा.

Team India: यो-यो के बाद अब DEXA टेस्ट से गुजरेंगे भारत के धुरंधर, जानें खिलाड़ियों को क्या होगा इसका फायदा ?
image credits: BCCI/Instagram

इससे पहले होता था यो-यो टेस्ट

भारतीय खिलाड़ियों को अब फिर से यो-यो टेस्ट से गुजरना पड़ेगा. ऐसे में खासकर सीनियर्स खिलाड़ियों के लिए मुश्किल हो सकती है. आपको बताते चलें कि यो-यो टेस्ट में कुल मिलाकर 23 लेवल होते हैं. जिसमें चार लेवल आसान होते हैं तो पांचवें लेवल से ये कठिन हो जाता है. इस टेस्ट का लेवल जैसे-जैसे बढ़ता है तेजी भी बढ़ती जाती है. इस टेस्ट के आखिरी लेवल को पार नहीं कर पाया है. यो-यो टेस्‍ट पास करने के लिए बैटर के लिए 18 और तेज गेंदबाजों के लिए 19 का स्‍कोर जरूरी है.

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