{"vars":{"id": "109282:4689"}}

Fridge खरीदने जा रहे हैं तो इन बातों का रखें ध्यान, जानें कंप्रेशर और कपैसिटी के बारे में सब कुछ

 

Fridge: अगर आप भी गर्मियों में फ्रिज लेने के बारे में सोच रहे हैं तो आपके मन में बहुत कन्फ्यूजन होगा। मार्केट में कई कंपनियों के फ्रिज हैं और सब अलग-अलग टेक्नोलॉजी के साथ आते हैं। फ्रिज खरीदते समय कई सवाल सामने होते हैं जैसे कि फ्रिज कितनी कपैसिटी का लें? किस टेक्नोलॉजी का लें? कंप्रेशर इन्वर्टर लें या फिर नॉर्मल?
चिंता करने की जरूरत नहीं है हम आपके इन्हीं सवालों का जवाब लेकर आए हैं जो आपको अच्छा फ्रिज खरीदने में हेल्प करेगा।

घर के मेंबर्स तय करेंगे Fridge की कपैसिटी

फ्रिज की कपैसिटी काफी जरूरी चीज है , फ्रिज कितने लीटर का होना चाहिए यह जानने के लिए आप अपने परिवार के सदस्यों को बेस बनाइए। 2 लोगों के लिए 50 से 100 लीटर तक का फ्रिज सही है, 3 से 5 लोगों के लिए 150 लीटर से 250 लीटर तक के फ्रिज सही है जबकि 7 से अधिक लोगों के हिसाब से फ्रिज लेना चाहते हैं तो आपको 500 लीटर या अधिक का फ्रिज लेना चाहिए।

Image credit: wikimedia.com

Fridge And Technology

  • फ्रिज दो टेक्नोलॉजी पर चलते हैं। पहला डायरेक्ट कूल और दूसरा फ्रॉस्ट फ्री टेक्नोलॉजी।
  • डायरेक्ट कूल टेक्नोलॉजी वाले फ्रिज थोड़े सस्ते मिलते हैं और बिजली भी कम उपयोग करते हैं। फ्रॉस्ट फ्री टेक्नोलॉजी वाले रेफ्रिजरेटर थोड़े महंगे आते हैं और ये बिजली भी अधिक कंज्यूम करते हैं।
  • फ्रिज 4 प्रकार के आते हैं, सिंगल डोर, डबल डोर, ट्रिपल डोर और साइड बाय साइड।
    सिंगल डोर 2-3 मेंबर्स के लिए बेस्ट ऑप्शन है और साइड बाय साइड फ्रिज 8 से ज्यादा मेंबर्स वाली फैमिली के लिए बेस्ट होते हैं। डबल डोर फ्रिज में एक अलग से दरवाजा केवल डीप फ्रिजींग के लिए होता है।
  • फ्रिज स्टार्स की रेटिंग के साथ आते हैं 1 स्टार, 2 स्टार, 5 स्टार। जितने अधिक स्टार्स, उतनी ही कम बिजली की खपत और उतनी ही अधिक बचत होगी। हालांकि अधिक स्टार्स रेटिंग वाली फ्रिज की कीमत भी अधिक होगी।

कंप्रेशर बहुत जरूरी है

फ्रिज में दो तरह के कंप्रेशर भी आते हैं। एक नॉर्मल कंप्रेशर और दूसरा इन्वर्टर कंप्रेशर। नॉर्मल कंप्रेशर में टेंप्रेचर सेट करने का ऑप्शन मिलता है, जैसे ही फ्रिज उस टेंप्रेचर पर आता है तो कंप्रेशर अपने आप बंद हो जाता है और फिर जैसे ही फ्रिज का तापमान बढ़ने लगता है तो कंप्रेशर स्टार्ट हो जाता है।

इन्वर्टर कंप्रेशर फ्रिज का तापमान सेट टेंप्रेचर तक आने के बाद बंद नहीं होता बल्कि अपनी स्पीड मिनिमम कर लेता है। फ्रिज का टेम्परेचर बढ़ते है तो कंप्रेशर स्पीड बढ़ा लेता है। इससे काफी बिजली की बचत होती है।

इसे भी पढ़ें: Holi Dhamaka: बंपर डिस्काउंट के साथ खरीदें ऐपल वॉच सीरीज 8, जानें खूबी