Elon Musk अपने क्रिएटिव आईडियाज के लिए जाने जाते हैं. ऐसे ही एक नए आईडिया लेकर आए हैं न्यूरालिंक (neuralink) का. असल में सेप्स एक्स ( Space X) और टेस्ला (Tesla) जैसी कंपनियों के मालिक Elon अब इंसानी दिमाग और आर्टिफिशल इंटेलिजेंस को जोड़ने की कोशिश करने जा रहे हैं. इसको Neuralink नाम दिया गया है जो मस्क की न्यूरल इंटरफेस टेक्नॉलजी कंपनी है।
activity करेगी रिकॉर्ड
इसके तहत इंसान के दिमाग में चिप इंसर्ट कर दी जाएगी जो न सिर्फ दिमाग की Activity को रिकॉर्ड करेगी, उस पर असर भी डाल सकेगी।
क्या करेगी Neuralink
असल में यह टेक्नोलॉजी सीरीज ब्लैक मिरर की तरह वह यादें सेव करके दोबारा प्ले कर सकेगी या टेलिपैथी से कार बुला सकेगी। इसके आलावा पैरैलेसिस या दिव्यांगता के साथ जी रहे लोगों के लिए भी मददगार साबित हो सकती है।
हालांकि इन दावों को सच मानना एक्सपर्ट्स के लिए मुश्किल है। सितंबर 2020 में बिजनस इंसाइडर को यूनिवर्सिटी ऑफ न्यूकासल के न्यूरोसाइंटिस्ट प्रफेसर ऐंड्रू जैकसन ने बताया था कि यह तकनीक मुमकिन हो सकती है लेकिन उसके पीछे न्यूरोसाइंस ठोस नहीं है।
वहीं, ऐंड्रू हायर्स ने इस आइडिया को मस्क की काल्पनिक दुनिया बताया है। हालांकि, उनका कहना है कि इसके रोबॉट में एक फीचर है जिससे इंसान के दिमाग में मूवमेंट के हिसाब से चिप को दिमाग में लगाने का काम अजस्ट कर लेता है। दिमाग में सांस लेने और धड़कनों के साथ मूवमेंट होता है। साइंटिस्ट इस तकनीक में इस्तेमाल की जा रही इंजिनियरिंग से तो खुश हैं लेकिन इसके पीछे की न्यूरोसाइंस को वे चमत्कार नहीं मानते हैं।
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