1. तू मोहब्बत से कोई चाल तो चल हार जाने का हौसला है मुझे
2. अब के हम बिछड़े तो शायद कभी ख़्वाबों में मिलें जिस तरह सूखे हुए फूल किताबों में मिलें
3. दिल को तिरी चाहत पे भरोसा भी बहुत है और तुझ से बिछड़ जाने का डर भी नहीं जाता
4. किसी को घर से निकलते ही मिल गई मंज़िल कोई हमारी तरह उम्र भर सफ़र में रहा
5. तेरी बातें ही सुनाने आए दोस्त भी दिल ही दुखाने आए
6. न शब ओ रोज़ ही बदले हैं न हाल अच्छा है किस बरहमन ने कहा था कि ये साल अच्छा है