मोमिन खां मोमिन के 10 चुनिंदा शेर
Momin Khan Momin Shayari in hindi: 'माशूक़ से भी हम ने निभाई बराबरी...'
Tanya Pundir
Tue, 10 Oct 2023
माशूक़ से भी हम ने निभाई बराबरी, वां लुत्फ़ कम हुआ तो यहां प्यार कम हुआ।
रोया करेंगे आप भी पहरों इसी तरह, अटका कहीं जो आप का दिल भी मिरी तरह।
इतनी कुदूरत अश्क में हैराँ हूँ क्या कहूँ, दरिया में है सराब कि दरिया सराब में।
माँगा करेंगे अब से दुआ हिज्र-ए-यार की, आख़िर तो दुश्मनी है असर को दुआ के साथ।
तुम हमारे किसी तरह न हुए, वर्ना दुनिया में क्या नहीं होता।
किधर चला है इधर एक रात बसता जा, गरजने वाले गरजता है क्या बरसता जा।
ठानी थी दिल में अब न मिलेंगे किसी से हम, पर क्या करें कि हो गए नाचार जी से हम।
न मानूंगा नसीहत पर न सुनता मैं तो क्या करता, कि हर हर बात में नासेह तुम्हारा नाम लेता था।
दीदा-ए-हैरां ने तमाशा किया, देर तलक वो मुझे देखा किया।
अब शोर है मिसाल-ए-जूदी इस ख़िराम को, यूं कौन जानता था क़यामत के नाम को।