चीन ने इन शहरों में कोविड टेस्ट की अनिवार्यता कर दी समाप्त, इस फैसले पर एक्सपर्ट ने जताई बड़ी चिंता
China: चीन के कई सारे शहरों में कोरोना वायरस अपने पैर अभी भी फैलाए हुए है जिसको लेकर वहां की सरकार काफी रुख अपनाए हुए है, लेकिन जनता के भारी प्रदर्शन के बाद आज सरकार ने आम जनता को थोड़ी ढील दी है. सरकार का कहना है कि अब बीजिंग, तियानजिन, चेंगदू और शेनझेन जैसे शहरों में कोरोना की जांच कराना लोगों के लिए जरूरी नहीं रहेगा. हालांकि इस पर फैसले पर एक एक्सपर्ट ने बड़ी चिंता जताते हुए कहा है कि इससे लाखों करोडों लोग मारे जाएंगे.
सरकारी मीडिया से जानकारी मिली है कि चेंगदू और ग्वांगझोऊ में नागरिकों को अगले सोमवार से बसों और सबवे में अब 48 घंटे पहले के न्यूक्लेइक एसिड जांच रिपोर्ट दिखाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. हालांकि उन्होंने कहा कि यात्रियों को सभी सार्वजनिक जगहों पर मास्क जरूर लगाना होगा.
दरअसल, कोरोना के कारण आम जनता पिछले दो सालों से जूझ रही है लेकिन कोरोना अपने पैर फैलाए जा रहा है जिससे लोगों को राहत नहीं मिल पा रही है, फिर जब केस ज्यादा बढ़ने लगे तो सरकार ने कोविड जांच अनिवार्य करते हुए लोगों के घर से निकलने तक पर पाबंदी लगा दी थी. जिसको लेकर लोगों ने सड़कों पर उतरकर खूब प्रदर्शन भी किया था. हालांकि अब लोगों को राहत दी जा रही है.
'ढील मिलने से बढ़ेगा मौत का आंकड़ा'
बता दें कि दक्षिण-पश्चिमी गुआंग्शी क्षेत्र में रोग नियंत्रण केंद्र के प्रमुख झोउ जियातोंग ने पिछले महीने शंघाई जर्नल ऑफ प्रिवेंटिव मेडिसिन द्वारा प्रकाशित एक पेपर में चिंता जताते हुए कहा था कि अगर कोरोनो के प्रतिबंधों में ढिलाई दी जाती है तो देश में दो मिलियन से ज्यादा लोगों की मौत हो सकती है और संक्रमण के मामले 233 मिलियन से ऊपर जा सकते हैं.
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