चीनी वैज्ञानिकों ने नए वेरियंट NeoCov को बताया अधिक खतरनाक, कहा- 'हर 3 में से 1 संक्रमित की जा सकती है जान'
हाल ही में कोरोना के नए वेरिएंट नियोकोव (NeoCov) की खबर सोशल मीडिया पर काफी तेजी से फैल रही है. बताया जा रहा है कि चीन के नए रिसर्च पेपर में चीनी वैज्ञानिकों द्वारा कोरोना वायरस के नए वेरिएंट न्योकोव (NeoCov) की जानकारी दी गई है, हालांकि इस नए रिसर्च पेपर की अभी समीक्षा नहीं की गई है.
वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, NeoCov कोरोना वेरिएंट इंसानों के लिए कितना घातक होने वाला है, इस बात की पुष्टि के लिए इस वायरस पर अभी और रिसर्च करने की जरूरत है.
चमगादड़ों से फैल रहा है यह नया वेरिएंट
साल 2020 में चीन के वुहान शहर से फैलने वाले कोरोना वायरस का यह नया वेरिएंट भी चमगादड़ों में पाया गया है. WHO की रिपोर्ट के मुताबिक, NeoCov वेरिएंट दक्षिण अफ्रीका के चमगादड़ों के अंदर मिला है. इंसानों को इस नए varient से क्या खतरा होगा, इसकी स्पष्ट जानकारी अभी देना मुश्किल है.
3 में से 1 संक्रमित की जा सकती है जान
दरअसल, चीनी वैज्ञानिकों ने जिस नए रिसर्च पेपर में इस नए NeoCov वेरिएंट का उल्लेख किया है, उसमें यह भी दावा किया गया है, कि NeoCov वायरस लोगों में तेजी से फैलेगा और साथ ही इस वायरस की मृत्यु दर भी तेजी से बढ़ेगी. इसके साथ ही NeoCov वेरिएंट MERS कोरोना वायरस से संबंधित हैं. जोकि एक जूनोटिक वायरस है. NeoCov वायरस के चलते तीन संक्रमितों मरीजों में से एक संक्रमित की मृत्यु हो सकती है.
फिलहाल, इस नए NeoCov वेरिएंट पर अभी और रिसर्च करने की जरूरत है. जिसके बाद ही इसके खतरे के विषय में उचित टिप्पणी की जा सकती है.