Saudi Arab में काम कर रहे भारतीय मजदूरों के लिए खुशखबरी, अपनी मर्जी से आ-जा सकेंगे देश में

 
Saudi Arab में काम कर रहे भारतीय मजदूरों के लिए खुशखबरी, अपनी मर्जी से आ-जा सकेंगे देश में

Saudi Arab: सऊदी अरब में काम कर रहे भारतीय मजदूरों के लिए एक खुशखबरी है. सऊदी अरब में प्रवासी मजदूरों को लेकर आज से यानि रविवार से नियमों में बदलाव किया गया है, जिससे भारतीय कामगारों समेत एक करोड़ से अधिक प्रवासी मजदूर अपनी मर्जी से नौकरी बदल सकेंगे. साथ ही वह बिना किसी इजाजात के अपनी मर्जी से अपने देश आ-जा सकेंगें. बता दें कि अभी तक सऊदी अरब (Saudi Arab) में काम कर रहे लोग इस नियम के कारण सालों तक अपने घर नहीं जा पाते थे. जिससे कई लोगों के परिवार तक टूट जाते थे.

सऊदी अरब (Saudi Arab) के मानव संसाधन और सामाजिक विकास मंत्रालय ने कहा कि इन सुधारों के तहत विदेशी कर्मचारियों को एक जगह से दूसरी जगह काम करने, नौकरी छोड़ने, देश में फिर से प्रवेश करने और अपने नियोक्ता की सहमति के बिना अंतिम निकासी वीजा सुरक्षित करने की अनुमति दी जाएगी.

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इस दौरान उन्होंने कहा कि मजदूर सीधे तौर पर सरकारी सेवाओं के लिए आवेदन कर सकते हैं. एक अच्छी बात यह भी है कि कंपनी के मालिकों के साथ जो भी कॉन्ट्रैक्ट होगा, उसे ऑनलाइन रखा जाएगा. बता दें कि इससे पहले, बिना कंपनी की अनुमति के प्रवासी मजदूर ऐसा नहीं कर सकते थे और ज्यादातर मामलों में वीजा का डर दिखाकर मजदूरों का शोषण किया जाता था.

कंपनी के साथ बंधे रहने की पांबदी हुई खत्म

सऊदी अरब ने पिछले साल कफाला सिस्टम में बदलाव कर नए 'कफाला स्पॉन्सरशिप सिस्टम' को लागू को कहा था. आज यानि रविवार को आधिकारिक रूप से इसे लागू कर दिया गया है. 'कफाला स्पॉन्सरशिप सिस्टम' को लागू होने से नियोक्ताओं (मालिक या कंपनियों) के दुर्व्यवहार और शोषण की स्थिति में कम वेतन पाने वाले ऐसे लाखों प्रवासी मजदूरों पर अपने उसी नियोक्ता के साथ बंधे रहने की पाबंदी खत्म हो गई है.

आपको बता दें कि सऊदी अरब के मानव संसाधन मंत्रालय के उप मंत्री अब्दुल्लाह बिन नसीर अबुथुनायन ने कहा था कि हम देश में एक बेहतर श्रम बाजार बनाना चाहते हैं और साथ ही मजदूरों के लिए काम के माहौल को भी बेहतर बनाना चाहते हैं. श्रम कानूनों में इन बदलावों से विजन 2030 के उद्देश्यों को हासिल करने में मदद मिलेगी.

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