दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था कहे जाने वाले चीन की हालत वर्तमान में काफी पतली है. इस बात का अंदाजा सरकार द्वारा जारी की गई एक रिपोर्ट से चल रहा है. चीन की आर्थिक विकास दर साल 2022 में घटकर केवल 3 फीसदी रह गई है जो कि भारत से भी आधी है. अब आप सोच होंगे कि आखिरी देश की इतनी बड़ी अर्थव्यवस्था को झटका कैसे लगा तो चलिए बताते हैं…
देखा जाए तो चीन पिछले दो सालों से कोरोना के कारण बर्बाद हो गया है जिसकी वजह से ही साल 2022 में उसकी जीडीपी की बैंड बज गई है. रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना महामारी के कारण मंदी छाने की वजह से चीन की विकास दर पिछले 40 सालों का रिकॉर्ड तोड़कर सबसे कमजोर स्थिति में आ गई है.
भविष्य के लिए 5.5% विकास दर का लक्ष्य
हालांकि चीनी सरकार ने भविष्य के लिए 5.5% विकास दर का लक्ष्य रखा है, जो कि वर्ष 2021 में चीन जीडीपी जो कि आठ प्रतिशत से भी अधिक थी से काफी कम है. चीन के नेशनल ब्यूरो ऑफ स्टेटिस्टिक्स के मुताबिक चौथी तिमाही में विकास दर वर्षवार आधार पर 2.9% रही, जबकि तीसरी तिमाही में यह 3.9% रही.
आपको बता दें कि चीन में कोरोना के कारण दशा बद से बदतर हो चुकी है. हालात इतने खराब हो चुके हैं कि सरकार ने कोरोना से संक्रमित आंकड़ों को सार्वजनिक करने से तक मना कर दिया है ताकि दुनिया भर में उनकी बदनामी न हो. जबकि देखा जाए तो चीन में कोरोना के रोजाना हजारों-लाखों लोगों की मौत हुई है. इस वजह से वहां की स्वास्थ्य व्यवस्था भी चरमरा गई है.
ये भी पढ़ें: कंगाल पाकिस्तान के बदले सुर! इंटरव्यू में PM शहबाज शरीफ बोले-‘भारत से युद्ध में हमने सीख लिया सबक’