Pervez Musharraf Death: पाकिस्तान के तानाशाह रहे और पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ का लंबी बीमारी के बाद दुबई में निधन हो गया। मुशर्रफ 79 साल के थे और पिछले काफी सालों से पाकिस्तान से बाहर रह रहे थे। मुशर्रफ वह शख्स थे जिनकी वजह से साल 1999 में भारत और पाकिस्तान कारगिल की जंग में आमने सामने थे। मुशर्रफ उस समय पाकिस्तान आर्मी के चीफ थे और करीब एक साल से जंग की तैयारी में लगे हुए थे। कारगिल वह युद्ध था जिसकी वजह से पाकिस्तान पर परमाणु हमले का खतरा बढ़ गया था। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के करीबी और सीआईए के पूर्व अधिकारी ब्रूस रीडिल ने दावा किया था कि अगर अमेरिका बीच में नहीं आता और पाकिस्तान को ना समझाता तो भारत परमाणु हमला कर देता।
मुशर्रफ कारगिल की जंग के मास्टरमाइंड थे
मार्च 1999 से मई 1999 तक उन्होंने आतंकियों को कारगिल में घुसपैठ का आदेश दिया। पाकिस्तान की नॉर्दन लाइट इनफेंट्री ने कारगिल की कई चौंकियों पर कब्जा कर लिया था। ढाई महीने तक दोनों देशों की सेनाएं जंग कर रही थी। पाकिस्तानी सैनिकों और आतंकियों ने जबरन भारतीय चौकियों पर कब्जा कर लिया था। ऊंचाई पर लड़ी जा रहा युद्ध रोज नई चुनौतियां लेकर आता। इस युद्ध ने अमेरिका का रुख भारत के लिए बदलकर रख दिया और पाकिस्तान को जमकर घुड़की दी। पांच जुलाई 1999 का दिन अमेरिका को भी कभी नहीं भुलता है।
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