Queen Elizabeth II को दी गई नम आंखों से विदाई, लाखों लोग बने अंतिम यात्रा के साक्षी

 
Queen Elizabeth II को दी गई नम आंखों से विदाई, लाखों लोग बने अंतिम यात्रा के साक्षी

Queen Elizabeth II को सोमवार को अंतिम विदाई दी गई।तमाम शाही परंपराओं को पूरा करने के बाद ब्रिटेन की महारानी Queen Elizabeth-2 का पार्थिव शरीर विम्बेस्टर एम्बे में मंगलवार रात करीब 1.40 बजे (भारतीय समयानुसार) दफनाया गया.ब्रिटिश शाही परिवार में सर्वाधिक वरिष्ठ अधिकारी लॉर्ड चैम्बरलैन ने 'राजदंड' तोड़ने की रस्म पूरी की। शाही परिवार और सैकड़ों की संख्या में लोगों ने दिवंगत महारानी को अंतिम विदाई दी।

महारानी एलिजाबेथ-II का निधन 8 सितंबर को हो गया था. वे 96 साल की थीं. एलिजाबेथ 1952 में ब्रिटेन की महारानी बनी थीं. वे 70 साल तक महारानी रहीं. एलिजाबेथ सिर्फ ब्रिटेन ही नहीं 15 और देशों की भी क्वीन थीं. उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए दुनिया भर से आए राजा, राजकुमार, राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री लंदन में इकट्ठा हुए थे.

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पति प्रिंस फिलिप के साथ दफनाया गया

महारानी को पति प्रिंस फिलिप के बराबर में दफनाया गया। विंडसर ने डीन ने कहा कि हम ईश्वर की सेवक महारानी एलिजाबेथ की आत्मा को उनके हाथों में सौंपने के लिए एकत्र हुए हैं। इससे पहले, महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के ताबूत को राजकीय अंतिम संस्कार के लिए जैसे ही वेस्टमिंस्टर एबे के भीतर ले जाया गया, बिग बेन थम गई और हवा में प्रार्थनाओं के स्वर गूंजने लगे। ब्रिटेन के शाही परिवार के सदस्यों के साथ ही दुनियाभर के विभिन्न देशों से राष्ट्राध्यक्ष और प्रमुख नेता दिवंगत महारानी को श्रद्धांजलि देने के लिए यहां पहुंचे। साथ ही लाखों लोग टेलीविजन पर महारानी की अंतिम यात्रा के साक्षी बने।

Queen Elizabeth II का सफर जहां से शुरू वहीं खत्म

तमाम शाही परंपराओं को पूरा करने के बाद ब्रिटेन की महारानी Queen Elizabeth-2 का पार्थिव शरीर विम्बेस्टर एम्बे में मंगलवार रात करीब 1.40 बजे (भारतीय समयानुसार) दफनाया गया.बता दें कि ये वहीं जगह है जहां 20 नवंबर 1947 में उनका प्यार एडिनबरा के ड्यूक प्रिंस फिलिप के साथ आधिकारिक हुआ. इसी जगह से महारानी के ब्रिटेन की राजशाही चलाने का जून 1953 में आगाज हुआ. इसी जगह से महारानी की ताजपोशी हुई और यही जगह उनके आखिरी सांस तक महारानी रहने के आखिरी पलों की गवाह बनी. यहां उन्हें आखिरी विदाई देने आए हजारों लोगों की मौजूदगी में एक धार्मिक कार्यक्रम हुआ.

भारत की राष्ट्रपति मुर्मू ने दी श्रद्धांजलि

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दिवंगत Queen Elizabeth II के अंतिम विदाई समारोह में शामिल होने के लिए ब्रिटेन पहुंचीं. वह 17 सितंबर को ब्रिटेन पहुंच गई थीं. दिवंगत रानी के ताबूत को लंदन के वेस्टमिंस्टर हॉल में रखा गया था. राष्ट्रपति मुर्मू ने दिवंगत महारानी के अंतिम दर्शन किए और भारत की ओर से उन्हें श्रद्धांजलि दी. उन्होंने एलिजाबेथ द्वितीय की शोक पुस्तिका में संदेश भी लिखा.

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