पुतिन और प्राइवेट आर्मी के बीच ठनी! अगर यूक्रेन से हटी सेना तो हो सकता है 'सैन्य विद्रोह'

 
पुतिन और प्राइवेट आर्मी के बीच ठनी! अगर यूक्रेन से हटी सेना तो हो सकता है 'सैन्य विद्रोह'

रूस और यूक्रेन (Russia and Ukraine War) के बीच सालों से चल रही जंग खत्म होने का नाम नहीं ले रही है तो दूसरी तरफ अब रूसी राष्ट्रपति पुतिन और वहां की प्राइवेट आर्मी के बीच अब ठन गई है. प्राइवेट आर्मी वैगनर ग्रुप के प्रमुख येवेगेनी प्रिगोझिन ने पुतिन को चेतावनी देते हुए कहा कि यूक्रेन के मोर्चों पर लगी उसकी आर्मी को वह वहां से हटा सकता है. ऐसा उन्होंने इसलिए कहा है क्योंकि उन्हें पुतिन की तरफ से कोई सहायता नहीं मिल रही है यह येवेगेनी का कहना है. बता दें कि अगर यूक्रेन से रूस की यह प्राइवेट आर्मी हट जाती है तो सैन्य विद्रोह भी हो सकता है.

दरअसल, दोनों देशों के बीच युद्ध चलते हुए काफी समय हो गया है जिसकी वजह से अब रूस के हालात बिगड़ते जा रहे हैं, लेकिन यूक्रेन टस से मस नहीं हो रहा है. रूस यूक्रेन में अपनी आर्मी लगाए हुए है. साथ ही वह टैंकों और मिसाइलों के जरिए यूक्रेन पर हमला भी बोलता रहता है. प्राइवेट आर्मी वैगनर ग्रुप के प्रमुख येवेगेनी का आरोप है कि पुतिन उनकी मदद नहीं कर रहे हैं इसलिए अगर वह ऐसा करता है तो रूस की नजर में यह सैन्य विद्रोह माना जाएगा, क्योंकि देखा जाए तो इस समय रूस जंग की स्थिति में फंसा हुआ है.

रूस के लिए विनाशकारी हो सकता है साबित

मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के मुताबिक रूसी कमांडर इगोर गिरकिन ने इसके जवाब में कहा कि प्रिगोझिन, रूसी रक्षा मंत्रालय की सार्वजनिक रूप से आलोचना कर चुके हैं. जैसा कि प्रिगोझिन कह रहे हैं कि वह मोर्चे से अपने जवानों को हटा लेंगे, अगर वह हाई कमांड से बात किए बिना ऐसा करते हैं तो यह सीधे तौर पर सैन्य विद्रोह माना जाएगा.

इतना ही नहीं उन्होंने आगे कहा कि अगर प्रिगोझिन मोर्चे से अपने सैनिकों को हटा लेता है तो यह रूस के लिए विनाशकारी साबित हो सकता है. वैगनर ग्रुप प्रमुख खुलेआम रूस के सैन्य नेतृत्व की आलोचना कर रहा है. बता दें कि रूस के कट्टरपंथियों में प्रिगोझिन अपनी कट्टर छवि को लेकर काफी चर्चित है.

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