Shinzo Abe State Funeral: जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंज़ो आबे के अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में शामिल होंने को लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह जापान पहुंच गए हैं. जिसके बाद वो आज शिंजो आबे की पत्नी अक्की आबे से भी शोक संवेदना व्यक्त करने के लिए शिष्टाचार भेंट करेंगे.प्रधानमंत्री मोदी अपने इस जापान दौरे में पीएम फुमियो किशिदा समेत अन्य नेताओं के साथ द्विपक्षीय मुलाकात भी करेंगे.
अंतिम संस्कार कार्यक्रम में होंगे शामिल
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि पीएम मोदी का जापान के पूर्व प्रधानमंत्री के साथ व्यक्तिगत जुड़ाव था. बागची के अनुसार, यह बहुत अच्छा है कि पीएम मोदी अपने व्यस्त कार्यक्रम के बावजूद जा सकेंगे और राजकीय अंतिम संस्कार (Shinzo Abe State Funeral)में शामिल होंगे क्योंकि जापान एक मित्र राष्ट्र और एक आवश्यक भागीदार है.
यहां होगा Shinzo Abe State Funeral
जापानी सरकार ने 27 सितंबर को आबे के लिए राजकीय अंतिम संस्कार कार्यक्रम निर्धारित किया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ये समारोह टोक्यो के किटानोमारू नेशनल गार्डन में निप्पॉन बुडोकन इलाके में आयोजित हो रहा है.
फुमियो किशिदा से भी करेंगे मुलाकात
विदेश मंत्रालय की एक पूर्व घोषणा के मुताबिक मोदी जापान में अपने समकक्ष फुमियो किशिदा के साथ अलग से मिलेंगे. गौरतलब है कि इस वर्ष भारत-जापान राजनयिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है और ऐसे में दोनों नेताओं को अपने विशेष सामरिक गठजोड़ को और प्रगाढ़ बनाने को लेकर बातचीत करने का अवसर मिलेगा.
पीएम बोले-‘हम भारत-जापान के संबंधों को रखेंगे मजबूत’
इसके अलावा उन्होंने पहले लिखा था कि ‘मैं सभी भारतीयों की ओर से प्रधानमंत्री किशिदा और श्रीमती आबे के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करूंगा. हम आबे सान की परिकल्पना के अनुसार भारत-जापान संबंधों को और मजबूत करने के लिए काम करना जारी रखेंगे’.
8 जुलाई को हुई थी शिंजो आबे की हत्या
बता दें कि शिंजो आबे (Shinzo Abe) पर 8 जुलाई को नारा शहर में प्रचार कार्यक्रम के दौरान हमला किया गया था. गोली लगने के बाद उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका.
इन नेताओं के पहुंचने की है उम्मीद
आबे के अंतिम संस्कार(Shinzo Abe State Funeral) में अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस, ऑस्ट्रेलियाई प्रधान मंत्री एंथनी अल्बनीज और कई अन्य विश्व नेता शामिल होंगे। रिपोटरें के अनुसार, टोक्यो के निप्पॉन बुडोकन में अबे के राजकीय अंतिम संस्कार में 6,000 से अधिक लोगों के शामिल होने की उम्मीद है।
Shinzo Abe State Funeral का हो रहा है विरोध
जापान में राजकीय अंतिम संस्कार दुर्लभ है, और यह निर्णय विवादास्पद रहा है. देश की करीब आधी आबादी इसके विरोध में है. इसे लेकर लगातार अभियान भी चलाया जा रहा है.द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से जापान में दूसरी बार किसी पूर्व प्रधानमंत्री का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हो रहा है।इससे पहले 1967 में शिगेरु योशिदा का राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि की गई थी।
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