{"vars":{"id": "109282:4689"}}

Pakistan PM Imran Khan की कुर्सी जानी तय ? विश्वास प्रस्ताव से पहले अहम सहयोगियों ने छोड़ा साथ

 
देश की नेशनल असेंबली में 3 अप्रैल को अविश्वास प्रस्ताव से पहले पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan)की सरकार के लिए मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. पाकिस्तान में राष्ट्रीय चुनाव होने में एक साल से भी कम समय है, इमरान खान को विपक्षी दलों की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है. पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के नेता शहबाज शरीफ द्वारा 8 मार्च को इमरान खान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के बाद देश राजनीतिक अराजकता में डूब गया है. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार को 3 अप्रैल के वोट से बचने के लिए 342 सदस्यीय नेशनल असेंबली में कम से कम 172 विधायकों के समर्थन की आवश्यकता है. अविश्वास प्रस्ताव से पहले इमरान खान को उनके सहयोगियों से अकेला छोड़ दिया है. पाकिस्तान की मीडिया के अनुसार, सहयोगी मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) के बुधवार को बाहर होने से पीटीआई के नेतृत्व वाला सत्तारूढ़ गठबंधन 164 पर आ गया है. दूसरी ओर विपक्ष के पास अब 175 विधायकों का समर्थन है. बाद में दिन में विपक्षी नेताओं शहबाज शरीफ, बिलावल भुट्टो जरदारी और मौलाना फजलुर रहमान ने एमक्यूएम-पी के संयोजक खालिद मकबूल सिद्दीकी के सत्तारूढ़ गठबंधन से बाहर होने का स्वागत करते हुए एक संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस की. आज पाकिस्तान पीएम इमरान खान नेशनल सिक्योरिटी कमेटी की बैठक भी बुलाई थी. उनके इस्तीफे की मांग जोर पकड़ने के साथ, 3 अप्रैल तक इंतजार करना होगा, यह देखने के लिए कि क्या इमरान खान पूरे पांच साल का कार्यकाल पूरा करने वाले पाकिस्तान में एकमात्र प्रधानमंत्री के रूप में उभरने में सफल होते हैं या नहीं.

यह भी पढ़ें : यूक्रेनी सेना को मिसाइलें चलाने की ट्रेनिंग दे रहे अमेरिकी सैनिक, इस देश से मिल रहे हथियार