ऑनलाइन बिक रहा नकली Fastag, जानिए बचने का तरीका
टोल प्लाजाओं पर टोल कलेक्शन सिस्टम से होनेवाली परेशानियों का हल निकालने के लिए राष्ट्रीय हाईवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा भारत में इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम शुरू किया गया है।
जी हां! अब टोल प्लाजा से गुजरने वाली सभी गाड़ियों के लिए FASTag ज़रूरी कर दिया गया है। मतलब अब सेंसर के जरिए आपके फास्टैग अकाउंट से पैसे कट जाते हैं। जी हां! टोल प्लाजा पर लगा सेंसर आपके वाहन के विंडस्क्रीन में लगे फास्टैग के संपर्क में आते ही, आपके फास्टैक अकाउंट से उस टोल प्लाजा पर लगने वाला शुल्क काट देता है।
अब आपको टोल पर रूककर कैश में टैक्स नहीं भरना पड़ता है। लेकिन Fastag खरीदते वक्त सावधान हो जाए। नटवरलाल ने नकली FASTag को ऑनलाइन बेचना शुरू कर दिया। आइए जानते हैं कैसे फ्रॉड से बच सकते हैं…
*FASTag सिर्फ https://ihmcl.co.in/ वेबसाइट से खरीदे या या MyFastag App से पा सकते हैं। कई नकली वेबसाइट पर नकली फॉस्टैग बिक रहा है। आप FASTag को लिस्टेड बैंकों और बिक्री एजेंटों के अधिकृत प्वाइंट ऑफ सेल से भी खरीदा जा सकता है।
*इसे आप Amazon.in से भी खरीद सकते हैं। इसके लिए ICICI बैंक, HDFC बैंक, एयरटेल पेमेंट्स बैंक और पेटीएम पेमेंट्स बैंक जैसे बैंकों से संपर्क कर सकते हैं।
*गूगल पे, पेटीएम, एयरटेल पेमेंट्स बैंक और फोनपे के माध्यम से साथ ही क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड या NEFT या RTGS या नेट बैंकिंग का उपयोग कर ऑनलाइन भुगतान कर सकते हैं।
*आप नेशनल हाईवे ऑथरिटी ऑफ इंडिया के हेल्पलाइन नंबर 1033 पर कॉल करके नकली FASTag की शिकायत कर सकते हैं।