जन्म के साथ ही बच्चे को भी मिलेगी पहचान पत्र, जानिए UIDAI की नई पहल
आजकल खाना जितना जरूरी है उतना ही आधार कार्ड भी जरूरी है। आधार कार्ड आपके पहचान को देश के नागरिक के रूप में पहचान में बदलता है। हमारे देश में एक दशक पहले लांच की गई आधार कार्ड की योजना, जो आज हमारे देश की या कहें तो देशवासियों की पहचान बन चुकी है।
आधार कार्ड बनाने वाली संस्था Unique Identification Authority of India(UIDAI) ने आधार कार्ड को लेकर बहुत सारी योजनाएं प्रस्तुत की है। अब इसी योजनाओं के क्रमबद्ध में शिशु को भी जन्म के साथ ही आधार कार्ड अनिवार्य हो गया है। मतलब सभी हॉस्पिटल में ही आधार कार्ड उपलब्ध कराया जाएगा |इसके लिए Unique Identification Authority of India(UIDAI) और अस्पतालों ने तैयारी भी शुरू कर दी है।
Unique Identification Authority of India(UIDAI)CEO सौरभ गर्ग ने 16 दिसंबर यानी गुरुवार को ही बताया था कि अब तक देश में 131 करोड़ आधार कार्ड बन चुके हैं। जिसमें वयस्कों की संख्या ज्यादा है। अब उनका पूरा ध्यान शिशु को आधार कार्ड उपलब्ध कराने में लगेगा, और शायद इसी के लिए यह उनका लिया गया निर्णय है| जो कि काफी उपयोगी मालूम होता है।
वैसे अब तक आधार कार्ड बनने में बच्चों को शामिल नहीं किया जाता था क्योंकि बच्चों के बायोमेट्रिक में उम्र के साथ काफी कुछ बदलाव आते रहते हैं। लेकिन अब जन्म के साथ ही नवजात शिशु को Aadhaar Enrolment मिल जाएगा।
सौरभ गर्ग ने यह भी बताया की हॉस्पिटल में ही उनकी फोटो लेकर आधार कार्ड बनाने की प्रक्रिया की जाएगी। साथ ही उनके माता या पिता में से किसी एक को उसके साथ लिंक किया जाएगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि 5 साल के बच्चों तक का बायोमेट्रिक नहीं लिया जाता पर 5 साल के बड़े होने तक उनका बायोमेट्रिक लिया जाएगा।