Credit Card: अगर आपको लगता है कि क्रेडिट कार्ड मिलता है फ्री, तो इस खबर को पढ़कर गलतफहमी करें दूर
Credit Card: आजकल आप देखते होगें कि सार्वजनिक स्थान जैसे मॉल, हॉस्पिटल,बाजार, स्टेशन, स्टैंड आदि पर आपको क्रेडिट कार्ड ऑफर करने वाले बैंक के लोग मिल ही जाते होगें. आपने कभी सोचा है कि वो आपको क्यों क्रेडिट कार्ड बनाने के लिए बार बार पूछते हैं उनका क्या फायदा होता है ? ये जानकारी आज हम आपको बताने वाले हैं कि उनको आपसे क्या फायदा होता है. ज्यादातर क्रेडिट कार्ड यूजर्स को लगता है कि क्रेडिट कार्ड की सुविधा बैंक नि:शुल्क उपलब्ध कराते हैं जबकि ऐसा बिल्कुल नहीं है.
बैंक कर्मचारी भी प्राय: ग्राहकों को क्रेडिट कार्ड पर दिए जाने वाले रिवॉर्ड प्वाइंट्स और अन्य कुछ लुभावने ऑफर्स के बारे में तो बताते हैं, लेकिन क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल पर लगने वाले शुल्क के बारे में आपको नहीं बताते.इसलिए क्रेडिट कार्ड लेने से पहले आपको यह समझ लेना चाहिए कि इसका यूज करेंगे तो आपकी जेब से पैसा लगेगा. बैंक आपको यह सुविधा नि:शुल्क नहीं दे रहा है.
क्रेडिट कार्ड फ्री इसलिए लगता है क्योंकि इस पर लगने वाले चार्जेज के बारे में आपको पता नहीं होता. गौर करने वाली बात यह है कि कुछ चार्ज तो फिक्स होते हैं और लगते ही हैं, लेकिन कुछ शुल्क ग्राहक की लापरवाही से भी लागू हो जाते हैं. जानिए इन्हीं सारे शुल्कों के बारे में विस्तार से.
वार्षिक शुल्क
वार्षिक शुल्क की दर अलग-अलग बैंकों की भिन्न-भिन्न है. कई बैंक एनुअल चार्ज नहीं भी वसूलते हैं. इसलिए क्रेडिट कार्ड लेने से पहले यह देख लेना चाहिए कि जिस बैंक से आप क्रेडिट कार्ड ले रहे हैं वह उस पर एनुअल चार्ज तो नहीं ले रहा है. बैंक अगर चार्ज वसूल रहा तो उसकी पॉलिसी ऐसी होनी चाहिए कि एक तय सीमा तक खर्च के बाद वह वार्षिक शुल्क के पैसे वापस करे. अगर बैंक सालाना चार्ज ले रहा है और उसे वह वापस भी नहीं कर रहा तो आप उसी स्थिति में क्रेडिट कार्ड लें जब आपको इसकी बहुत ज्यादा जरूरत हो.
कैश निकालेंगे तो लगेगा ब्याज
अगर आप क्रेडिट कार्ड से शॉपिंग करते है तो आपको बिलिंग डेट तक कोई ब्याज नहीं देना होता. लेकिन, यदि आप क्रेडिट कार्ड से पैसे निकालते हैं तो यह नियम लागू नहीं होता. जिस दिन से आप क्रेडिट कार्ड से पैसे निकालते हैं, उसी दिन से बैंक उस राशि पर ब्याज वसूलना शुरू कर देता है. ऐसे में ध्यान रहे कि जब तक सारे रास्ते बंद न हो जाएं, तब तक क्रेडिट कार्ड से कैश न निकालें. क्योंकि नगदी निकासी पर बैंक भारी ब्याज वसूलते ह
बकाए पर ब्याज
जो ग्राहक ड्यू डेट तक भुगतान कर देते हैं उनसे बैंक कोई ब्याज नहीं वसूलता. लेकिन, क्रेडिट कार्ड से की गई शॉपिंग की राशि का भुगतान ड्यू डेट तक नहीं किया जाए तो फिर बैंक उस पर ब्याज लगाते हैं. मिनिमम ड्यू का भुगतान भी ग्राहक को ब्याज से नहीं बचा सकता. ब्याज की दर 40 फीसदी वार्षिक तक हो सकती है.
सरचार्ज
आजकल क्रेडिट कार्ड से बहुत से लोग डीजल-पेट्रोल लेते हैं. ईंधन लेने पर बैंक सरचार्ज लगाते हैं. हालांकि ज्यादातर बैंक इस बात की जानकारी क्रेडिट कार्ड देते समय दे देते हैं और सरचार्ज रिफंड भी करते हैं. लेकिन रिफंड की भी एक सीमा है. इसलिए क्रेडिट कार्ड लेते वक्त रिफंड और सरचार्ज से जुड़ी पूरी जानकारी बैंक से ले लेनी चाहिए.
ओवरसीज चार्ज
बहुत-से बैंकों द्वारा जारी किए गए क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल विदेश में भी किया जा सकता है. लेकिन, किसी अन्य देश में अगर आप क्रेडिट कार्ड का यूज करते हैं तो इसके लिए बैंक आपसे भारी शुल्क लेता है. ज्यादातर ग्राहकों को बैंक क्रेडिट कार्ड देते वक्त इसके बारे में नहीं बताता. इसलिए उनको इस शुल्क का पता कार्ड यूज़ करने के बाद ही चलता है. इसलिए क्रेडिट कार्ड लेते वक्त ओवरसीज चार्ज के बारे में पूरी जानकारी लेनी चाहिए.
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