दुनिया के टॉप बिजनेसमैन में शुमार और अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी (Gautam Adani) 31 जनवरी को अपने 20,000 करोड़ के FPO अचानक से वापस ले लिए जिससे मार्केट में हड़कंप मच गया था. लेकिन अब इस बात से गौतम अडानी ने खुद पर्दा उठाया है. उन्होंने कहा कि मेरे लिए निवेशकों का हित सर्वोपरि है, इसलिए निवेशकों को संभावित नुकसान से बचाने के लिए हमने FPO वापस ले लिया है.
अडानी समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी ने कहा कि ‘पूरी तरह से सब्सक्राइब किए गए FPO के बाद इसे वापस लेने के फैसले ने कई लोगों को चौंका दिया होगा, लेकिन बाजार में आज के उतार-चढ़ाव को देखते हुए, बोर्ड ने दृढ़ता से महसूस किया कि FPO के साथ आगे बढ़ना नैतिक रूप से सही नहीं होगा.
‘भविष्य की योजनाओं पर कोई नहीं पड़ेगा प्रभाव‘
गौतम अडानी ने आगे अपने निवेशकों को समझाते हुए कहा कि FPO वापस लेने के इस निर्णय का हमारे मौजूदा परिचालनों और भविष्य की योजनाओं पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. हम समय पर क्रियान्वयन पर ध्यान देना जारी रखेंगे’. बाजार में स्थिरता आने के बाद हम अपनी पूंजी और बाजार रणनीति की समीक्षा करेंगे.
‘हमारा ईएसजी पर है खासा फोकस‘
फिर आखिरी में उन्होंने बताया कि ‘हमारा ईएसजी पर खासा फोकस है और हमारा हर बिजनेस जिम्मेदार तरीके से वैल्यू क्रिएट करता रहेगा. हमारे गवर्नेंस सिद्धांतों का सबसे मजबूत सत्यापन, हमारी कई अंतर्राष्ट्रीय साझेदारियों से आता है. देखा जाए तो 20,000 करोड़ के इन एफपीओ को केवल चार दिन के लिए खोला गया था 27 से 31 जनवरी तक के लिए जिसके बाद उन्हें बंद कर दिया गया था.
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