RBI के नए नियम में क्रेडिट स्कोर खराब तो आपको होगा इस चीज का नुकसान
क्रेडिट कार्ड की अच्छी सुविधा से आज के समय में अधिकतर लोग अपने ज़रूरी सामान को क्रेडिट कार्ड से खरीद लेते हैं। जिसके कारण लोगों को अपने पास कैश होने ना होने का इंतज़ार नहीं करना पड़ता हैं, वो क्रेडिट कार्ड के द्वारा चीजें खरीद सकते हैं। कोई भी बैंक आपको लोन सिर्फ़ अपने क्रेडिट कार्ड के स्कोर को देख कर ही देता हैं। इसमें अगर अलका स्कोर अच्छा होगा तो क्रेडिट कार्ड कम्पनी आपको और अच्छी सुविधा उपलब्ध करवाती हैं।
बेहतर वित्तीय साख के लिए क्रेडिट स्कोर का अच्छा होना बहुत जरूरी है। इसके खराब होने पर आने वाले समय में इंश्योरेंस कंपनियां आपको बीमा पॉलिसी देने से भी मना कर सकती हैं। स्टॉक मार्केट के स्टॉक ब्रोकर आपका डी- मैट खाता अकाउंट खोलने से इनकार कर सकते है। इसका मतलब आप शेयर बाजार में निवेश नहीं कर पाएंगे। आरबीआई ने हाल में क्रेडिट इंफॉर्मेशन कंपनीज रेगुलेशन 2006 में बदलाव किया हैं।
इसके तहत कई फिनटेक कंपनियों को क्रेडिट ब्यूरो का डाटा एक्सेस करने की छूट दे दी हैं। इन नियमों से उन फिनटेक कंपनियों को लाभ होगा, जिनके पास गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) का लाइसेंस नहीं हैं। साथ ही कर्ज देने के लिए भी इन्होंने बैंकों से समझौता किया हैं।
आरबीआई के नए नियमों के तहत ये कंपनियां क्रेडिट स्कोर के आधार पर ग्राहकों को अब कर्ज दे सकेंगी। इसका मतलब यह हैं कि अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा होगा तो कंपनियां सस्ता कर्ज आपको दे देंगी। क्रेडिट स्कोर खराब होने पर कर्ज मिलने में आपको मुश्किलें आएगी। आमतौर पर 750 या इससे ज्यादा का क्रेडिट स्कोर बेहतर माना जाता है।
फिनटेक कंपनियों के लिए कुछ शर्तें भी, नीचे पढ़िए
1.आरबीआई ने ग्राहकों के सुरक्षित हित को देखते हुए छूट देने के साथ इन कंपनियों के लिए कुछ शर्तें तय की हैं ।
2. क्रेडिट संबंधी जानकारी पाने के लिए कंपनियों की नेटवर्थ 2 करोड़ से ज्यादा होनी चाहिए।
3. इनके पास साइबर सिक्योरिटी एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सिक्योरिटी होती हैं। जो एजेंसी से सर्टिफाइड ऑडिटर का प्रमाणपत्र जरूरी, जिससे पता चलता है कि कंपनी के पास पुख्ता व सुरक्षित इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी सिस्टम हैं।
4. इसमें सुनिश्चित किया गया है कि फिनटेक कंपनियों के पास जा रही किसी व्यक्ति की जानकारी पूरी तरह सुरक्षित रहे।
धोखाधड़ी करने वालों पर लगेगी लगाम
1. नए नियमों के तहत धोखाधड़ी पर लगाम लगेगी ऐसा दावा किया जा रहा हैं। फिनटेक कंपनियों के पास आपके कर्ज व क्रेडिट स्कोर की पूरी जानकारी लेने की अनुमति होगी।
3. इस संबंध में केंद्रीय बैंक का नोटिफिकेशन उसके दो साल पहले के रुख से बेहद उलट हैं। उस दौरान आरबीआई ने कहा था , क्रेडिट इंफॉर्मेशन को सीधे तौर पर फिनटेक कंपनियों के साथ साझा नहीं कर सकते हैं क्योंकि बैंक इन्हें बतौर एजेंट नियुक्त कर रहे हैं , जो नियमों के खिलाफ हैं।
इस मुहिम के तहत खुल जाएंगे कर्ज लेने के विकल्प नए नियमों के तहत ई- कॉमर्स कंपनियों के साथ करार कर ये कंपनियां ग्राहकों को “बाय नाउ पर लेटर जैसी और योजनाओं की पेशकश कर सकती हैं। फिनटेक कंपनियों को ग्राहकों के क्रेडिट स्कोर संबंधी डाटा का एक्सेस मिलने के बाद ईमानदारी कर्जदारों के लिए कर्ज लेने के कई अन्य विकल्प खुल जाएंगे। इससे कर्ज देने के लिए इन कंपनियों के बीच प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी, जिससे ग्राहकों को लाभ होगा।
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