अगर चाहते हैं कि पेंशन मिलने में न आएं रूकावट तो तुरंत किजीए ये प्रोसेस
17 साल पहले वर्ष 2004 में नेशनल पेंशन सिस्टम खत्म हो गया था। लेकिन इससे पहले के जिस भी सरकारी महकमों को पेंशन मिल रहा है। अगर वो चाहते हैं कि उनका पेंशन यूं ही क्रमबद्ध रहे तो पेंशनर्स को साल में एक दिन बैंक, पोस्ट ऑफिस या आपने ऑफिस में जाकर बताना होता है कि, वह जीवीत हैं और उनकी पेंशन चालू रखी जाए।
पहले इस प्रक्रिया के लिए लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था। अब पेंशनर्स को किसी भी ऑफिस में जाकर अपने जीवीत होने का प्रमाण नहीं देना होगा। बल्कि प्रमाण पत्र का डिजिटलीकरण कर आधार कार्ड की मदद से तैयार करना पड़ेगा।
आइए जानते है डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र के बारें में….
डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र मतलब बायोमेट्रिक एनेबल्ड आधार बेस्ट डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र। जिसे इंडिविजुअल पेंशनर्स के लिए उनके आधार नंबर और बायोमेट्रिक्स का उपयोग करके रेगुलर जनरेट किया जा सकता है।
Jeevan Pramaan ऐप डाउनलोड कर प्रमाण आईडी जनरेट कीजिए। register as a new user विकल्प में जाकर आपना आधार, नाम, बैंक खाता, पेंशन पेमेंट ऑर्डर और अन्य डिटेल भरके ओटीपी जनरेट कीजिए।
ऐसे जमा करना होगा प्रमाण पत्र
https://jeevanpramaan.gov.i की वेबसाइट या ऐप के माध्यम से पेंशनर्स अपना जीवन प्रमाण पत्र जमा कर सकते हैं। साथ ही डोरस्टेप बैंकिंग के माध्यम से DLC जमा कर सकते हैं। जीवन प्रमाण पत्र डोरस्टेप बैंकिंग द्वारा भी जमा किया जा सकता है, जो 12 सरकारी बैंकों के बीच गठबंधन है। भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, पंजाब नेशनल बैंक और अन्य इस गठबंधन का हिस्सा हैं।