Indian Railways: रेलवे ने लिया बड़ा फैसला, जनरल टिकट पर सफर करने वालों की हो जीएगी मौज
Indian Railways: भारतीय रेलवे अपने यात्रियों का ध्यान रखते हुए ट्रेन और डिब्बों की संख्या को बढ़ाता रहता है, जिससे लोगों को सीट के लिए मारामारी न करनी पड़े. वहीं अब खाली चल रहे स्लीपर कोच में रेल प्रशासन जनरल टिकट वाले यात्रियों को सफर करने अनुमति दे सकता है। इसके लिए रेलवे बोर्ड ने सभी मंडल रेल प्रशासन से 80 प्रतिशत से कम यात्री संख्या पर चल रहे स्लीपर कोच की सूचना मांगी है।
बता दें कि पहले ही बर्थ खाली होने पर स्लीपर के यात्रियों के टिकट को उच्चीकृत कर एसी थ्री में बर्थ उपलब्ध कराने की व्यवस्था है। वहीं जनरल कोच में चलने वालों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है, लेकिन उनके जनरल कोच की संख्या नहीं बढ़ाई है। इसी को देखते हुए ये फैसला लिया गया है।
Indian Railways लगा रहा नए कोच
ट्रेनों में स्लीपर के स्थान पर एसी थ्री कोच में यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। रेल प्रशासन भी पुराने कोच के स्थान पर नए कोच लगा रहा है। नए कोच में स्लीपर कोच की संख्या कम कर उसके स्थान पर एसी थ्री के कोच लगाए जा रहे हैं। उदाहरण के लिए नई दिल्ली मालदा टाउन एक्सप्रेस में पहले वाली व्यवस्था के तहत एसी थ्री के दो और स्लीपर के दस कोच थे। नई व्यवस्था में एसी थ्री कोच की संख्या बढ़ाकर छह कर दी गई है। जबकि, स्लीपर कोच की संख्या घटाकर छह रह गई है।
जनरल टिकट वालों को मिलेगी यह सुविधा
रेलवे बोर्ड ने जनरल टिकट पर सफर करने वाले यात्रियों के लिए सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इसके तहत ट्रेन स्लीपर कोच में छह माह से औसत सीट की क्षमता से 80 प्रतिशत से कम यात्री सफर करते हैं, उन ट्रेनों के एक या दो स्लीपर कोच को अनारक्षित घोषित कर दिया जाएगा, इसमें जनरल टिकट लेकर यात्री सफर कर पाएंगे। ऐसे स्लीपर कोच के बाहर अनारक्षित लिखा होगा। पहले आने वाले यात्री ऊपर की बर्थ पर सो सकते हैं। बीच की बर्थ खोलने की अनुमति नहीं होगी।
ये भी पढ़ें: ट्रेन की टिकट बुक करते समय रखें इस बात का ध्यान, लगेंगे सिर्फ आधे दाम! जानें कैसे