इस दिवाली 'No Cost EMI' पर सामान लेने से पहले इन बातो का जरूर रखें ध्यान, नहीं तो होगा भारी नुकसान
No Cost EMI Shopping: त्योहारी सीजन शुरू हो चुका है...दिवाली में अब कुछ ही दिन बचे हैं. दिवाली पर ज्यादातर लोग अपने घरों में नई चीजें लाते हैं। नए इलेक्ट्रिक और कई अन्य उत्पाद खरीदें। ऐसे में लोग शॉपिंग करते समय नो कॉस्ट ईएमआई विकल्प का चयन करते हैं। आजकल ग्राहकों को ऑनलाइन के साथ-साथ ऑफलाइन शॉपिंग पर भी नो कॉस्ट ईएमआई का विकल्प मिलता है। अगर आप भी इस दिवाली नो कॉस्ट ईएमआई पर कोई सामान खरीदने का प्लान कर रहे हैं तो उससे पहले उसकी डिटेल्स ध्यान से समझ लें... क्या सच में आपको बिना ब्याज दिए सामान मिल जाता है?
आपको बता दें कि नो कॉस्ट ईएमआई कोई फ्री सर्विस नहीं है। कई बैंक भी इसमें खेल खेलते हैं और ग्राहकों से ब्याज का पैसा वसूलते हैं. इसके अलावा कई बार नो कॉस्ट ईएमआई के तहत बिकने वाले सामान की कीमत भी बढ़ जाती है. आइए आपको बताते हैं कि इस बार दिवाली पर खरीदारी से पहले आपको किन बातों का ध्यान रखना है आपने नो कॉस्ट ईएमआई के बारे में तो खूब सुना होगा। इसका मतलब है कि आपको अतिरिक्त ब्याज या फीस नहीं देनी होगी. आपको किसी भी उत्पाद की वास्तविक कीमत ही चुकानी होगी। आप प्रोडक्ट की कीमत अलग-अलग किस्तों में चुका सकते हैं. इसमें प्रोडक्ट की वास्तविक कीमत को ईएमआई में बांटा जाता है।
कई बैंक अलग-अलग विकल्पों में ग्राहकों को नो-कॉस्ट-ईएमआई की सुविधा देते हैं। कुछ बैंक ग्राहकों को जीरो-डाउन पेमेंट की सुविधा भी देते हैं। इस सुविधा में आपको शुरुआत में कोई राशि नहीं देनी होगी। बल्कि आप भुगतान को मासिक किस्तों में बदल सकते हैं। वहीं, कुछ प्रोडक्ट्स में आपको डाउन पेमेंट के तौर पर न्यूनतम राशि चुकानी पड़ती है। इसके साथ ही आपको बता दे की कई बैंक नो-कॉस्ट-ईएमआई में ग्राहकों से प्रोसेसिंग फीस भी लेते हैं। इसके अलावा बैंक ब्याज की रकम को प्रोसेसिंग फीस में जोड़कर ग्राहकों से वसूलते हैं।
-नो-कॉस्ट ईएमआई का फायदा उठाने के लिए आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा होना चाहिए। इसके साथ ही कितने समय के लिए ईएमआई बनानी होगी? इसका फैसला सोच-समझकर करना चाहिए। लंबे समय में आपको कम मासिक ईएमआई चुकानी होगी। और हर महीने अपनी ईएमआई समय पर चुकाएं। देर से भुगतान करने पर आपका जुर्माना या ब्याज लग सकता है। अगर आप Amazon पर सेल में 30,000 रुपये का स्मार्टफोन खरीदते हैं। इसके लिए आप 3 महीने की ईएमआई चुनें, जहां आपको 15 फीसदी ब्याज देना होगा। तो आपको ब्याज राशि के रूप में 4500 रुपये का भुगतान करना होगा।
वहीं, अगर आप पूरी रकम पहले चुका देते हैं तो आप 30,000 रुपये का फोन 25,500 रुपये में खरीद सकते हैं। वहीं, अगर आप नो-कॉस्ट ईएमआई चुनते हैं तो आपको पूरे 30,000 रुपये देने होंगे। रिजर्व बैंक की ओर से साल 2013 में नो-कॉस्ट-ईएमआई को लेकर एक नोटिफिकेशन जारी किया गया था. इस सर्कुलर में बताया गया था कि जीरो फीसदी ब्याज या नो-कॉस्ट ईएमआई जैसी कोई चीज नहीं है।