Russia-Ukraine-Conflict : युद्ध के कारण भारत के इंपोर्ट पर पड़ेगा गहरा असर, ये क्षेत्र होंगे प्रभावित

 
Russia-Ukraine-Conflict : युद्ध के कारण भारत के इंपोर्ट पर पड़ेगा गहरा असर, ये क्षेत्र होंगे प्रभावित

रूस और यूक्रेन एक बीच जारी युद्ध के दौरान पूरी दुनिया पर आर्थिक संकट गहराता नजर आ रहा हैं। भारत पर भी इस युद्ध का असर पड़ने की आकाँक्षा हैं। इससे काफी चीजों पर महंगाई बढ़ सकती हैं। रूस पर अमेरिका और यूरोपीय देशों के लगाए गए प्रतिबंध India Import को प्रभावित कर सकते हैं। जिससे भारत के आर्थिक ढाँचे पर असर पड़ सकता हैं।

Russia and Ukraine के बीच गहराते तनाव के बीच एक रिपोर्ट में इस तरह की आशंका जताई गई हैं कि इसका सीधा-सीधा असर भारतीय कंपनियों पर उत्पादन लागत में दबाव के रूप में भी पड़ सकता हैं। जिससे भारत इंपोर्ट करने में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता हैं। पेट्रोल के दाम भी बढ़ सकते हैं। अभी तक तो पेट्रोल के दाम पिछले चार महीने से तो स्थिर हैं।

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क्रिसिल ने सोमवार को जारी अपनी एक रिपोर्ट में कहा कि चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों में रूस को भारत से किया जाने वाला निर्यात करीब 2.55 अरब डॉलर का रहा था। जो इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि की तुलना में करीब 1.87 अरब डॉलर के निर्यात से 36.1 प्रतिशत से भी अधिक हैं। जिससे भारत के निर्यात और आयात में किसी तरह की कोई समस्या ना आन पाए।

Russia-Ukraine-Conflict : युद्ध के कारण भारत के इंपोर्ट पर पड़ेगा गहरा असर, ये क्षेत्र होंगे प्रभावित
Source- PixaBay

क्रिसिल की इस रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2021-22 के शुरूआती नौ महीनों में भारत से यूक्रेन को 37.2 करोड़ डॉलर यानी की 0.2 प्रतिशत का ही निर्यात किया गया था। लेकिन इसी रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इस्पात (Steel) और एल्युमीनियम जैसे कुछ क्षेत्रों को बढ़ती कीमतों से फायदा भी हो सकता हैं। जिससे भारत गेहूं ही तरह इसमें भी निर्यात कर पाएगा।

केमिकल्स और पेंट इंडस्ट्री पर पड़ेगा गहरा असर बढ़ती कीमत का असर केमिकल्स Chemicals और पेंट इंडस्ट्री पर भी दिख रहा हैं। इन दोनो ही इंडस्ट्री में क्रूड ऑयल डेरिवेटिव्स का इस्तेमाल किया जाता हैं। ऐसे में इन दो सेक्टरो की कंपनियों के मार्जिन पर गहरा असर पड़ सकता हैं। जून तिमाही तक इन कंपनियों के मार्जिन पर असर दिखाई देगा।

इन कंपनियों की इन्वेंट्री तेजी से घट रही है। कमोडिटी में तेजी से महंगाई पर भी असर होगा। इस रिपोर्ट के अनुसार, जब रूस ने यूक्रेन पर आक्रमण किया था। तब कच्चे तेल का भाव 97 डॉलर प्रति बैरल था। लेकिन अब यह 125 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर पहुंच गया हैं। इस दौरान रिटेल में पेट्रोल-डीजल का भाव नहीं बढ़ा है। पेट्रोल-डीजल का भाव पिछले चार महीने से सामान्य हैं।

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https://youtu.be/pHWvuyxOD0U

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