Tata ने 18 हजार करोड़ में खरीदी Air India, जानिए सरकार को क्यों बेचनी पड़ी एयरलाइंस
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की सरकार में एयरलाइंस एयर इंडिया (Air India) पर पिछले चार सालों से लग रही बोली के बीच आज यानि शुक्रवार को इसका फैसला हो गया है. टाटा संस (Tata Sons) ने सबसे बड़ी बोली लगाकर एयर इंडिया को आज खरीद लिया है. इसलिए आज से ही एयर इंडिया के मालिक रतन टाटा हो गए हैं. इस बात की जानकारी DIPAM सचिव तुहीन कांत पांडेय और सिविल एविएशन मिनिस्ट्री के सचिव प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया गया है कि टाटा सन्स (Tata Sons) ने एयर इंडिया को खरीदने के लिए 18 हजार करोड़ की बोली लगाई है जबकि स्पाइसजेट के अजय सिंह ने इसके लिए 15 हजार करोड़ की बोली लगा दी थी. माना जा रहा है कि यह ट्रांजैक्शन दिसंबर 2021 तक पूरा होगा. जानकारी के मुताबिक Talace Pvt Ltd के जरिए टाटा ग्रुप ने एयर इंडिया के लिए बोली लगाई थी. इस कंपनी की स्थापना मुख्य रूप से इसी काम के लिए अगस्त 2020 में की गई थी.
आपको बता दें कि दीपम के सचिव तुहिन कांत पांडे ने कहा कि 31 अगस्त 2021 तक एयर इंडिया पर कुल कर्ज 61,562 करोड़ रुपये है. एयर इंडिया स्पेसिफिक अल्टरनेटिव मैकेनिज्म (AISAM) पैनल ने एयर इंडिया की फाइनेंशियल बोली पर फैसला लिया है. इस पैनल में गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण समेत कई महत्वपूर्ण मंत्री और अधिकारी शामिल रहे.
वहीं देश के जाने माने उघोगपति रतन टाटा ने एयरलाइंस एयर इंडिया को खरीद कर खुशी जाहिर की है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि वेलकम बैक, एयर इंडिया'. इस ट्वीट के साथ उन्होंने पॉलिसी वाला एक पत्र भी शेयर किया है, जिसमें रतन टाटा के साइन बने हुए हैं.
सरकार ने इसलिए बेच दी एयर इंडिया
गौर करने वाली बात ये है कि सरकार ने संसद में एक सवाल के जवाब में जानकारी देते हुए कहा था कि वित्त वर्ष 2019-20 के प्रोविजनल आंकड़ों के अनुसार, एयरलाइंस एयर इंडिया पर कुल 38,366.39 करोड़ रुपए का कर्ज है. एयर इंडिया एसेट्स होल्डिंग लिमिटेड के स्पेशल पर्पज व्हीकल (SPV) को एयरलाइन द्वारा 22,064 करोड़ रुपए ट्रांसफर करने के बाद की ये रुपया है. फिर सरकार ने संसद में साफ कहा था कि अगर एयर इंडिया बिक नहीं पाती है तो उसे बंद करना है ही एकमात्र उपाय होगा. हालांकि आज इसे रतन टाटा ने खरीद लिया है.
ये हुई पूरी डील
वहीं इस डील को लेकर दीपम सचिव ने कहा है कि टाटा ग्रुप पहले 15,300 करोड़ रुपए एयर इंडिया के कर्ज को चुकाएगी. इसके बाद बकाया 2700 करोड़ सरकार को देगी. वहीं सरकार एयर इंडिया में 100 फीसदी हिस्सेदारी बेच रही है. इस डील में एयर इंडिया की AI Express Ltd में 100 फीसदी हिस्सेदारी और Air India SATS Airport Services में 50 फीसदी हिस्सेदारी भी शामिल है.
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