UP Economy: योगी के शपथ समारोह में क्यों आ रहे नामी Business Man, 1 ट्रिलियन का किया था वायदा
UP Economy: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (UP Chief Minister Yogi Adityanath) कल शपथ ग्रहण कर एक बार फिर से राज्य की बागडोर सम्भालेंगे. लेकिन उनके इस शपथ ग्रहण समारोह में 50 बड़े बिजनेसमैन आ रहे है. दरअसल पिछली सरकार में ही सीएम योगी (CM Yogi) ने वायदा किया था कि वो यूपी की इकॉनमी को वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था (One Trillion dollar) बनाने पर काम कर रहे हैं.
PM Modi का लक्ष्य देश को बनाएंगे 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी
PM Modi ने पहले के अपने एक बयान में कहा था कि देश की इकॉनमी को हमें 5 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाना है. लेकिन इसी के साथ पीएम मोदी ने यह भी कहां था की सबसे बड़ा राज्य होने की वजह से उत्तर प्रदेश की ज़िम्मेदारी इसमें सबसे ज़्यादा बनती है. यही कारण है जिसकी वजह से योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) इसके लिए हर सम्भव प्रयास कर रहे है. इससे देश की अर्थव्यवस्था में तो फायदा होगा ही बल्कि इससे यूपी की जनता को भी फायदा मिलेगा.
आसान नही होगा योगी के लिए यह करना ?
यह चुनौती के रूप में सीएम योगी आदित्यनाथ के सामने आया है. लेकिन योगी ने इसे अपना सबसे बड़ा प्रोजेक्ट बना लिया है, इसी वजह से उन्होंने अपने शपथग्रहण में उन्होंने देश के करीब-करीब सभी बड़े कारोबारी घरानों को शामिल होने का निमंत्रण (Invitation) भेजा है. 25 मार्च यानी कल योगी आदित्यनाथ जब दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले रहे होंगे. तब यह विशेष मेहमान वहां मौजूद होंगे.
पिछले कार्यकाल में क्या रहा यूपी में निवेश का हाल ?
योगी साल 2017 में प्रदेश के मुख्यमंत्री बने और 2017-18 में विदेशी निवेश करीब 578 करोड़ रुपये था जो साल 2018-19 में घटकर सिर्फ 234 करोड़ पर आ गया है. हालंकि साल 2019-21 में इसमें जबरदस्त इज़ाफा हुआ और विदेशी निवेश 5758 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है. लेकिन इसके बाद कोरोना महामारी के कारण अर्थव्यवस्था और निवेश दोनो में मंदी देखनी पड़ी थी. योगी सरकार (Yogi Government) की कोशिश है की विदेशी निवेश के साथ-साथ देशी निवेशकों को भी यूपी की ओर खींचना है.
यूपी के लिए असंभव सा होगा 1 ट्रिलियन का लक्ष्य?
वर्तमान में यूपी की अर्थव्यवस्था को देखा जाए, तो यह करीब 19 लाख करोड़ की है. पांच साल बाद साल यानी 2027 तक इसे 1 ट्रिलियन तक पहुँचने के लिए करीब 76 लाख करोड़ करने का लक्ष्य रखा गया है. अब गणित लगाया जाए तो अगले पांच साल में यूपी की अर्थव्यवस्था को 4 गुना बढ़ाने का लक्ष्य है. लेकिन 2014 में यूपी की अर्थव्यवस्था थी 9.4 लाख करोड़ की थी और अब 2022 में ये 19.1 लाख करोड़ की है. पिछले 8 साल में यूपी की अर्थव्यवस्था सिर्फ दो गुनी ही बढ़ पायी है. यानी साफ है कि सिर्फ पांच साल में 1 ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी को हासिल करना बेहद मुश्किल होने वाला है.
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