हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रगति और सक्षम छात्रवृत्ति योजनाओं के लिए एआईसीटीई की सराहना की
नई दिल्ली. हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री. मनोहर लाल ने 06 अक्टूबर, 2021 को ‘प्रगति छात्रवृत्ति योजना' के तहत चयनित छात्राओं और दिव्यांग छात्रों के लिए ‘सक्षम छात्रवृत्ति' के तहत चयनित छात्रों के साथ बातचीत की। ये दोनों छात्रवृत्ति योजनाएं अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) की अद्भुत पहल हैं और इस कार्यक्रम ने भारत में छात्राओं और दिव्यांग छात्रों के बीच तकनीकी शिक्षा को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
एआईसीटीई द्वारा तैयार की गई ‘प्रगति’ योजना हाल के वर्षों में तकनीकी शिक्षा में आगे बढ़ने की इच्छा रखने वाली छात्राओं की उन्नति के लिए सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से बहुत प्रशंसित पहलों में से एक है। हजारों छात्राओं ने ‘प्रगति’ योजना का लाभ उठाया है, जबकि बड़ी संख्या में दिव्यांग छात्र करियर के सपनों को पूरा करने के लिए ‘सक्षम’ योजना का लाभ उठा रहे हैं।
कार्यक्रम की शुरुआत एआईसीटीई के सदस्य सचिव प्रो. राजीव कुमार के स्वागत भाषण से हुई। अपने स्वागत भाषण में उन्होंने हरियाणा राज्य के लिए संस्थान, संकायों और छात्रों के लिए एआईसीटीई के विभिन्न योजनाओं के बारे में बताया।
छात्रों के साथ बातचीत करते हुए, हरियाणा के माननीय मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा, “प्रगति और सक्षम छात्रवृत्ति योजना छात्रों के जीवन को बदलने में कारगर रही हैं। मैं तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में छात्राओं और दिव्यांग छात्रों को लाने के प्रयासों के लिए एआईसीटीई की विशेष सराहना करता हूं। हरियाणा सरकार तकनीकी शिक्षा पर प्रमुख रूप से ध्यान देती है, और हमें उम्मीद है कि ' राष्ट्रीय शिक्षा नीति ' इस क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव ला सकती है।"
माननीय मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हरियाणा सरकार तकनीकी शिक्षा को आगे बढ़ाने में विश्वास रखती है, और यह भी स्पष्ट किया कि राज्य ने छात्रों को वित्तीय सहायता और पेंशन देना शुरू कर दिया है।
एआईसीटीई के अध्यक्ष प्रोफेसर अनिल सहस्रबुद्धे ने कहा, “दो साल पहले, हरियाणा की केवल दो से तीन छात्राओं को ही ‘प्रगति’ छात्रवृत्ति मिलती थी। लेकिन वर्ष 2020-21 में 280 छात्राओं को छात्रवृत्तियां मिल चुकी हैं। यह एक बड़ी उपलब्धि है। हम 'सशक्त छात्राएं' अभियान के बारे में बहुत सारी बातें कर रहे हैं और ये पहल उस अभियान और नारे को साकार करती हैं। मुझे ‘प्रगति’ छात्रवृत्ति प्राप्त करने वाली छात्राओं के प्रशंसापत्र सुनकर वास्तव में खुशी हो रही है।”
एआईसीटीई के उपाध्यक्ष डॉ. एमपी पूनिया ने कहा कि, "माननीय मुख्यमंत्री के नेतृत्व में हरियाणा एक नई शुरुआत देख रहा है। हरियाणा के मुख्यमंत्री के शब्द इन छात्रों को नई अंतर्दृष्टि देंगे, और उन्हें तकनीकी क्षेत्र में अपना भविष्य बनाने के लिए अतिरिक्त प्रेरणा मिलेगी। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि भारत में किसी भी छात्र को पैसे की कमी के कारण पढ़ाई में बाधा का सामना न करना पड़े।"
‘प्रगति’ छात्रवृत्ति से लाभान्वित गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज, करनाल की एक छात्रा सृष्टि ने कहा कि, "मैं इस छात्रवृत्ति को पाकर बहुत खुश हूं। अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को देखते हुए मैं इसे सौभाग्य की बात मानती हूं कि मुझे यह छात्रवृत्ति मिली है। मैं एआईसीटीई, इसके अध्यक्ष और अन्य सभी लोगों को धन्यवाद देती हूं, जिन्होंने मुझे यह छात्रवृत्ति प्राप्त करने में मदद की।"
"मैं एआईसीटीई द्वारा शुरू की गई ‘प्रगति’ छात्रवृत्ति योजना के लाभान्वित में से एक हूं। इस छात्रवृत्ति योजना से छात्रों को कई तरह से लाभ हुआ है। मुझे जो लैपटॉप मिला है वह ऑनलाइन कक्षाओं में और मेरे शोध के लिए मेरी मदद कर रहा है। मैं वास्तव में एआईसीटीई का शुक्रगुजार हूं।“ दीनबंधु छोटू राम विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, मुरथल के छात्र सुहावना ने कहा।
कार्यक्रम का समन्वयन छात्र विकास प्रकोष्ठ, एआईसीटीई, नई दिल्ली के निदेशक डॉ. अमित कुमार
श्रीवास्तव के द्वारा किया गया।
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