NEET में मजदूर की बेटी ने किया कमाल, एम्स में मिला दाखिला
Charul Honariya NEET: एम्स दिल्ली में एक ऐसी छात्रा का एडमिशन हुआ है जिसके बारे में जान आप भी गर्वांनवित महसूस करेंगे. दरअसल आपको बता दें कि बिजनौर के कीरतपुर गांव के एक मजदूर की बेटी चारुल होनारिया (Charul Honariya) ने हालही में नीट के परिक्षा में टॉप किया था और अब इसे एम्स नई दिल्ली (AIIMS New Delhi) में दाखिला भी मिल गया है. इतना ही नहीं वह अपने गांव से उच्च शिक्षा और मेडिकल की पढ़ाई करने वाली पहली लड़की है. महामारी के चलते चारुल ने घर पर रहकर ही अपनी नीट की पढ़ाई की है. वह प्रतिदिन सुबह 10 बजे अपने घर में एक चटाई पर बैठ कर ऑनलाइन पढ़ाई किया करती थी.
NEET Charul Honariya
आपको बता दें कि चारुल ने बताया कि मेरे गांव में लड़कियों की शादी कम उम्र में कर दी जाती है और उन्हें स्कूल छोड़ने के लिए मजबूर किया जाता है. इसके बाद चारुल ने कहा कि वह अपने माता पिता की आभारी है कि उन्होंने मुझपर विश्वास जताया और मुझे मेडिकल की तैयारी करने के लिए प्रेरित किया.
इसके साथ ही आपको बता दें कि नेशनल एलिजिबिलिटी कॉम्प्रिहेंशन एंट्रेंस टेस्ट (एनईईटी) में चारुल ने पूरे देश में 631 अंक हासिल किए और अपनी श्रेणी (एससी) में 10वें स्थान पर रहीं. इसते साथ ही चारुल ने 12वीं कक्षा में 93 प्रतिशत हासिल किए थे. गांव में खराब बिजली और इंटरनेट कनेक्टिविटी के कारण उनकी पढ़ाई में काफी रुकावटें आईँ लेकिन वह ड़टकर अपने लक्ष्य की ओर बिना डरे बढ़ती रही. इतना ही नहीं उसके घर में केवल एक ही स्मार्टफोन था जिसकी मदद से वह अपनी पढ़ाई किया करती थी. वहीं चारुल ने कक्षा 5 तक अपने गांव के प्राथमिक विद्यालय में ही पढ़ाई की है.
चारुल के पिता शौकीन सिंह ने कहा कि मेरा सपना सच हो गया. बेटी अब एमबीबीएस की डिग्री हासिल करेगी और ग्रामीण वासियों के लिए कार्य करेगी. चारुल की बॉयोलॉजी शिक्षिका शालिनी अलमादी ने चारुल को एक प्रतिभाशाली छात्रा बताया है.
यह भी पढ़ें: कितनी होती है SDM की सैलरी, क्या-क्या मिलती हैं सुविधाएं, जानें पूरी डिटेल्स