PM Jan Dhan Yojana: 9 साल में 50 करोड़ से ज्यादा खोले गए खाते, जानें क्या योजना और इसके लाभ

PM Jan Dhan Yojana: केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक प्रधानमंत्री जन धन योजना को नौ साल पूरे हो गए। 28 अगस्त 2014 को शुरू हुई इस योजना के तहत अभी तक 50 करोड़ सबसे ज्यादा जनधन अकाउंट खोले गए हैं। इस नौ साल की अवधि में जनधन अकाउंट में जमा राशि 2.03 लाख करोड़ रुपये से भी अधिक हो चुकी है। दुनिया की सबसे बड़ी वित्तीय समावेशन वाली पहल में इस योजना को भी शामिल किया गया है। समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों तक आर्थिक मदद, बीमा और पेंशन, ऋण, निवेश से संबंधित विभिन्न वित्तीय उत्पादों को पहुंचाने के लिए जन-धन योजना की शुरुआत की गई। आज किसान सम्मान निधि हो या उज्ज्वला योजना हो यहां तक कि कोरोना काल में तमाम तरह की वित्तीय मदद और अन्य तमाम योजनाओं का लाभ बिना किसी बिचौलिए के लाभार्थियों तक डायरेक्ट पहुंचाया जा रहा है। आज PMJDY ने सफलतापूर्वक अपने नौ साल पूरे कर लिए हैं।
This day commemorates 9 years of the PM Jan Dhan Yojana.
— PIB India (@PIB_India) August 28, 2023
This scheme has ensured not just the economic empowerment of the economically weaker sections, but has also played a pivotal role in employment generation in the country: PM @narendramodi #9YearsofPMJDY… pic.twitter.com/ckRVJl6PGp
50 करोड़ से अधिक खाते खुले
वित्त मंत्रालय के डेटा के मुताबिक, पिछले 9 सालों में इस योजना के तहत 50.09 करोड़ खाते खोले जा चुके हैं। इसमें करीब 2.03 लाख करोड़ रुपये जमा है। हर साल औसत रूप से 2.5 करोड़ से लेकर 3 करोड़ जन धन खाते खोले जा रहे हैं। फाइनेंसियल सर्विसेज सेक्रेटरी विवेक जोशी के मुताबिक, अगस्त 2023 तक 33.98 करोड़ रुपये डेबिट कार्ड प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत जारी किए जा चुके हैं। मार्च 2015 में इसकी संख्या 13 करोड़ थी।
जानें क्या है योजना
नागरिकों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए इस योजना की आवश्यकता थी जिससे सभी इससे होने वाले लाभ और विकास का हिस्सा बन सकें।विश्व की सबसे बड़ी वित्तीय समावेशन योजना प्रधानमंत्री जन-धन योजना (पीएमजेडीवाय) की घोषणा प्रधानमंत्री ने 15 अगस्त 2014 को ऐतिहासिक लाल किले से की थी जिसका शुभारम्भ 28 अगस्त 2014 को पूरे देश में किया गया। योजना के शुभारम्भ के समय माननीय प्रधानमंत्री जी ने इसे गरीबों की इस दुष्चक्र से मुक्ति के त्योहार के रूप में मनाने का अवसर बताया। योजना के तहत खाता किसी भी बैंक शाखा अथवा व्यवसाय प्रतिनिधि (बैंक मित्र) आउटलेट में खोला जा सकता है। प्रधानमंत्री जन-धन योजना (पीएमजेडीवाय) में खाते शून्य जमा राशि के साथ खोले जा रहे हैं। यदि खाता धारक को चेकबुक चाहिए तो उसे संबंधित बैंक के न्यूनतम शेष राशि से संबंधित मानदंड मानने होंगे।
शून्य बैलेंस खातों की संख्या 8% पर पहुंची
2014 में जब सरकार की ओर से ये योजना शुरू की गई थी। उस समय मार्च 2015 तक शून्य बैलेंस वाले जनधन खातों की हिस्सेदारी 58 प्रतिशत पर थी, जो कि अगस्त 2023 में 8 प्रतिशत पर आ गई है। मौजूदा समय में देश में करीब 225 करोड़ बैंक खाते हैं, जो कि इस बात को दिखाता है कि देश में बड़ी संख्या में लोगों के पास एक से अधिक बैंक खाते हैं।
प्रधानमंत्री जन धन योजना के फायदे
प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत सरकार की कोशिश समाज के कमजोर तबके का खाता खोलने के साथ उसे जोड़े रखना था। इसके लिए सरकार ने बिना किसी चार्जके रुपे डेबिट कार्ड अकाउंट खोलने के साथ दिया। इस कार्ड के साथ दो लाख रुपये का एक्सीडेंटल इंश्योरेंस कवर वे खाते जो 28 अगस्त, 2018 से पहले खुले थे, उनके लिए ये एक लाख रुपये है दिया जाता है। इसके अलावा 10,000 रुपये तक के ओवरड्राफ्ट की सुविधा पीएम जन धन खाते के साथ दी जाती है।
जमा राशि पर ब्याज।
एक लाख रुपए का दुर्घटना बीमा।
न्यूनतम शेष राशि बनाये रखने की जरुरत नहीं है हालांकि यह सलाह दी जाती है कि आप रुपये कार्ड द्वारा किसी एटीएम से पैसे निकालने हेतु कुछ शेष राशि खाते में रखें।
Rs.30,000 का जीवन बीमा।
भारत में कहीं भी पैसे आसानी से भेजने की सुविधा।
सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को इन खातों के माध्यम से प्रत्यक्ष लाभ स्थानांतरण मिलेगा।
छ: माह तक इन खातों के संतोषजनक परिचालन के पश्चात ओवरड्राफ्ट की सुविधा दी जाएगी।
पेंशन, बीमा उत्पांदों तक पहुंच।
दुर्घटना बीमा, "रुपये" डेबिट कार्ड 45 दिनों में कम-से-कम एक बार इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
प्रत्येक परिवार के एक खाते, विशेष कर महिला खाते में Rs.5000/- की ओवरड्राफ्ट सुविधा प्रदान की जाएगी