Weather Update:उत्तर भारत समेत 17 राज्यों में मानसून एक हफ्ते या इससे ज्यादा लेट, जानें देशभर का मौसम का हाल

 
Weather Update:उत्तर भारत समेत 17 राज्यों में मानसून एक हफ्ते या इससे ज्यादा लेट, जानें देशभर का मौसम का हाल

उत्तर भारत समेत 17 राज्यों में मानसून एक हफ्ते या इससे ज्यादा लेट हो चुका है। जबकि कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड में आंशिक रूप से ही मानसून ने दस्तक दी है। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो बंगाल की खाड़ी और दक्षिण भारत में बने दो मानसूनी सिस्टम मानसून को आगे यानी उत्तर की ओर धकेलेंगे। सब कुछ ठीक रहा तो अगले 72 घंटे में मप्र में मानसून की एंट्री के बाद 27, 28 जून के आसपास जोरदार बारिश करा सकते हैं। अभी भोपाल समेत पूरे मप्र में प्री मानसून बारिश का दौर जारी है। अगले 5 दिन बादलों की लुकाछिपी का दौर जारी रहेगा। मौसम विशेषज्ञ एके शुक्ला के 'मुताबिक 12 डिग्री उत्तरी अक्षांश (दक्षिण भारत) में पूर्वी और पश्चिमी हवाएं आपस बुधवार सुबह कई जगह बाढ़ की स्थिति गंभीर हो में मिल रही हैं। दूसरा बंगाल की खाड़ी में चक्रवात बना है।

किस राज्य में मानसून कितना लेट

  • राज्य केरल 1 जून
  •  कनार्टक
  • 5 जून
  • महाराष्ट्र
  • 10 जून
  • मध्य प्रदेश राजस्थान हरियाणा
  • 25 जून-5 जुलाई

सात राज्यों में हीटवेव

मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, बिहार, झारखंड, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के कुछ हिस्से हीटवेव की चपेट में हैं। इन राज्यों के साथ ही 17 राज्यों में मानसून के आने का इंतजार है।

असम में बाढ़ की स्थिति और गंभीरअसम में कई स्थानों पर रातभर हुई बारिश के बाद गई। राज्य के नौ जिलों में 34,000 से अधिक लोग बाढ़ की चपेट में हैं। ब्रहमपुत्र उफान पर है।

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तूफानी चक्रवात बिपरजॉय के असर से बने सिस्टम के कारण प्री-मानसूनी बारिश शुरू हो गई है। जून के महीने में कहीं भीषण गर्मी से लोग परेशान हो रहे हैं तो कहीं भारी बारिश ने तबाही मचाई है। कुछ राज्यों में मॉनसून की बारिश देखने को मिल रही है तो कई राज्यों में चक्रवात बिपरजॉय के असर से भारी बारिश हो रही है। राजधानी नई दिल्ली में भी चक्रवात के असर से ही मौसम का मिजाज बदला हुआ है। मौसम विभाग की मानें तो अभी 23 जून तक पूर्वी भारत और मध्य भारत से जुड़े राज्यों में हीटवेव की स्थिति रह सकती है।

मानसून पर क्या है अपडेट?

मौसम विभाग की मानें तो अगले दो से तीन दिनों के दौरान दक्षिण पश्चिम मॉनसून दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत के कुछ और हिस्सों, ओडिशा, गंगीय पश्चिम के कुछ और हिस्सों, बंगाल, झारखंड, बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ सकता है।

देश का मौसम का हाल

एजेंसी स्काईमेट की मानें तो आज असम और सिक्किम में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। इसी के साथ, शेष पूर्वोत्तर भारत, दक्षिण छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश के उत्तरी भागों, दक्षिण कर्नाटक, तमिलनाडु और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश संभव है।बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, उत्तरी छत्तीसगढ़, ओडिशा, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, रायलसीमा, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और तेलंगाना में हल्की से मध्यम बारिश होने की उम्मीद है. वहीं, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा, दिल्ली और उत्तर पूर्व राजस्थान में हल्की बारिश संभव है

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हीटवेव पीड़ित राज्यों में मदद को जाएगी टीम

बिपरजॉय के कमजोर पड़ने के बाद मानसून की रफ्तार तेज हो गई है। दक्षिण व उत्तर-पूर्वी राज्यों में तेज बारिश हो रही हैं। हालांकि उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और ओडिशा के कई इलाकों में अभी गर्मी का सितम बरकरार है। इन राज्यों में लू (हीटवेव) से कई लोगों के मारे जाने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने उच्च स्तरीय, बैठक की और कहा कि हीटवेव पीड़ित राज्यों की सहायता के लिए मौसम विभाग और आपदा प्रबंधन के अधिकारियों की एक टीम को भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि 'मैं बुधवार को ओडिशा, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, झारखंड, बिहार, प. बंगाल जैसे राज्यों के अधिकारियों व मंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बैठक करूंगा।

कारण

मौसम वैज्ञानिक एसएन साहू ने बताया कि बिपरजॉय के असर से बड़ी मात्रा में नमी आ रही है। बिपरजॉय लो प्रेशर एरिया में तब्दील हो गया है। यह राजस्थान, मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश की बॉर्डर पर एक्टिव है। इससे आ रही नमी से कई स्थानों पर बादल व गरज चमक के साथ तेज और मध्यम बारिश हो रही है।

अब आगे क्या?

अगले एक दो दिन मौसम ऐसा ही रह सकता है। मानसून के लिए भी अनुकूल परिस्थितियां बन रही हैं। 23 जून के आसपास मध्यप्रदेश और 25 जून के करीब भोपाल में मानसून दस्तक दे सकता है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, पूर्वी मध्यप्रदेश में अभी सूरज का कहर जारी रहा। वहां तेज गर्मी पड़ रही है।

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