Aaj Ka Mausam: गर्मी में ठंडी का एहसास! झुलसा देने वाले मई महीने में मौसम क्यों हुआ गुलाबी?
Weather Updates: भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने देश के अधिकांश हिस्सों में अगले 7 दिनों तक लू से राहत मिलेगी। राजधानी दिल्ली को एक बार फिर गर्मी से राहत मिल गई है। अप्रैल का लगभग पूरा महीना दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत के लिए सुहावना रहा. मौसम विभाग के मुताबिक, अब मई के शुरुआती दिन भी राहत भरे गुजरने वाले हैं। 4 मई तक दिल्ली में बादलों के पहरे के साथ हल्की बारिश के आसार हैं। मई के महीना है जब देश के अलग अलग हिस्सों में भीषण गर्मी पड़ती है और कई राज्यों में गर्मी की लहर की वजह से तापमान 50 डिग्री सेल्सियस से ज़्यादा चढ़ जाता है। ये सिलसिला हर साल मार्च महीने से ही शुरू हो जाता है। अप्रैल से लेकर मई और जून में सूरज अपने पूरे तेज़ में रहता है।लेकिन इस बार गर्मी की लहर अप्रैल की 11 तारीख से लेकर 20 तारीख तक ही रही है। ऐसा देश के मौसम विज्ञान विभाग के आंकड़े बताते हैं। ये सिलसिला सिर्फ़ उत्तरी भारत तक ही सीमित नहीं रहा है बल्कि दक्षिण, पश्चिमी, मध्य और पूर्वी भारत में भी कम-ओ-बेश यही हालात रहे हैं।
दिल्ली में एक हफ्ते तक बरसेंगे बादल
मौसम विभाग के मुताबिक भी 4 मई तक बारिश के आसार जताए गए हैं। इस दौरान बहुत हल्की बारिश या गरज के साथ बौछारें देखने को मिल सकती हैं. इसके साथ ही आसमान में आमतौर पर बादल छाए रहेंगे. तापमान की बात करें तो आज न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है. अगले एक हफ्ते तक ये गिरकर 19 और 31 तक पहुंच सकता है मौसम का पूर्वानुमान लगाने वाली एजेंसी, स्काईमेट के मुताबिक, दिल्ली एक हफ्ते के बारिश वाले मौसम की ओर बढ़ रही है। 28 अप्रैल और 03 मई के बीच अलग-अलग तीव्रता और अवधि की बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। इस दौरान लगातार बादल छाए रहने और सीमित धूप रहने की संभावना है। इसके साथ ही हफ्ते के आखिर तक पारा गिरने वाला है। इससे सताने वाली गर्मी से राहत रहेगी और दिन और रात दोनों में आराम रहेगा।
राजस्थान में मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है। फरवरी में गर्मी थी तो अप्रैल-मई में कूलर के बजाय कंबल निकालने पड़े। इसकी वजह है 'सर्दी की हवा' जो अप्रैल-मई के महीने में कश्मीर में होनी चाहिए थी, लेकिन अब तक राजस्थान में अटकी हुई है।?दरअसल, 2 महीने से राजस्थान में मौसम का मिजाज बदला हुआ है।
आखिरकार मौसम ने यू-टर्न लिया क्यों?
तापमान में गिरावट और गर्मी पर कंट्रोल का सबसे बड़ा कारण वेस्टर्न डिस्टरबेंस रहा। मार्च और अप्रैल के महीने में 6-6 वेस्टर्न डिस्टरबेंस आए। जिसकी वजह से दो महीनों का बड़ा हिस्सा बरसात और ठंडी हवाओं के बीच गुजरा। मौसम विशेषज्ञ कहते हैं कि अगर 1 वेस्टर्न डिस्टरबेंस के प्रभाव के 3 दिन भी मानें तो मार्च और अप्रैल में 36 दिन सीधा प्रभाव रहा। इससे बरसात और सर्द हवाएं देखने को मिलीं।
जनवरी-फरवरी में डिस्टरबेंस नहीं आए
वहीं, दूसरी ओर आम तौर पर जनवरी और फरवरी में 1-2 वेस्टर्न डिस्टरबेंस आते हैं, जिसके चलते जनवरी-फरवरी में बरसात होती है और मौसम में ठंडक भी बनी रहती है। मगर इस बार ऐसा नहीं हुआ। जनवरी और फरवरी में सिर्फ 2 वेस्टर्न डिस्टरबेंस आए। इसी का असर रहा कि फरवरी के महीने में ही तेज गर्मी पड़ी और तापमान 40 डिग्री के करीब पहुंच गया।
क्यों हो रहा है मौसम में बदलाव
प्राइवेट वेदर एक्सपर्ट नवदीप दहिया के अनुसार इस समय जो वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव है वह लगभग जनवरी व फरवरी के वेस्टर्न डिस्टरबेंस जैसा है। इसलिए इसकी वजह से मौसम में इस तरह के बदलाव आए हैं। अगले तीन से चार दिनों तक इसका असर इसी तरह का रहने वाला है। दूसरी तरफ गुड़गांव में वेस्टर्न डिस्टरबेंस के प्रभाव से अप्रैल के बाद अब मई में भी मौसम का बदला रुख नजर आएगा। मौसम विभाग ने गरज, चमक, तेज रफ्तार हवा, बारिश और ओलावृष्टि की चेतावनी के साथ येलो अलर्ट तीन दिन और बढ़ा दिया है। अब 3 मई तक गुड़गांव समेत दक्षिण हरियाणा के सभी जिलों में मौसम खराब रहेगा।
नोएडा में तपती गर्मी पड़ेगी
उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में पिछले कुछ दिनों से भीषण गर्मी का प्रकोप चल रहा है। राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, फरीदाबाद और गुरुग्राम में भी अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला गया है। ऐसे में नोएडा में कई घंटों तक बिजली गुल होने लगी है। 25 से अधिक सेक्टरों के साथ कई गांवों में चार से छह घंटे तक बिजली कटौती की समस्या सामने आई।
यूपी का मौसम
यूपी में गर्मी का सितम हर दिन बढ़ता जा रहा है। तेज धूप के चलते लोग घर से बाहर निकलने में भी हिचकिचा रहे हैं। राज्य के ज्यादातर जिले में पारा 40 के पार पहुंच चुका है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के पूर्वानुमान के मुताबिक लखनऊ, गाजियाबाद, नोएडा, प्रयागराज वाराणसी समेत अन्य जिलों में लू अगले दो दिनों तक लू चल सकती है।
बिहार का मौमस का हाल
मौसम विभाग के अनुसार, राज्य के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश होगी। वहीं प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में लू के दिनों की संख्या भी सामान्य से अधिक होगी। हालांकि, फिलहाल अगले एक सप्ताह के दौरान लू की स्थिति नहीं रहेगी। इसके साथ ही गुरुवार से राज्य में अधिकतम तापमान में 4 से 6 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होगी।
हरियाणा में येलो अलर्ट जारी
हरियाणा-पंजाब में हुई बारिश के बाद तापमान नीचे चला गया है। मौसम विभाग के अनुसार हरियाणा-पंजाब की राजधानी चंडीगढ़ के अलावा अंबाला, भिवानी, महेंद्रगढ़, सोनीपत, में बारिश हुई। मौसम बदलने के साथ ही तापमान में भी जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई है। अप्रैल महीने में सिर्फ 3 दिन ही अधिकतम तापमान 40 डिग्री के पार गया है। न्यूनतम तापमान तो फिलहाल 18 डिग्री से नीचे चल रहा है। सुबह शाम ठंडी हवा के झोंके लोगो को गर्मी में निहाल कर रहे हैं। 3 और 4 मई को भी बारिश का येलो अलर्ट है।
लू लगने के लक्षणों के बारे में जानें और करें बचाव
- शरीर अपना तापमान नियंत्रित नहीं कर पाता है और टेंप्रेचर लगातार बढ़ता है
- शरीर का ताप बढ़ने के बाद भी पसीना बिल्कुल नहीं आ रहा होता है
- लगातार जी-मिचलाता है और उल्टी भी हो सकती है
- त्वचा पर लाल निशान, रैशेज या चकते दिख सकते हैं
- दिल की धड़कने तेज रहती हैं
- सिर में दर्द बना रहता है
- बुखार बढ़ता चला जाता है
- त्वचा रूखी लेकिन बहुत नर्म महसूस होती है
ध्यान रखें लू के लक्षण हो तो करें बचाव के उपाय
- तापमान घटाने के लिये ठंडे पानी की पट्टियाँ रखें।
- प्रभावित व्यक्ति को तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में ले जाकर चिकित्सकीय परामर्श लें।
- उसे पेय पदार्थ कच्चे आम का पना आदि पिलायें
- व्यक्ति को छायादार जगह पर लिटायें।
- व्यक्ति के कपड़े ढ़ीले करें।
तेज गर्मी नहीं करें ये काम
- धूप में खाली पेट न निकलें। पानी हमेशा साथ में रखें। शरीर में पानी की कमी न होने दें।
- धूप में निकलने के पूर्व तरल पदार्थ का सेवन करें।
- मिर्च मसाले युक्त एवं बासी भोजन न करें।
- बुखार आने पर ठंडे पानी की पट्टियां रखें। कूलर या एयर कंडीशन से धूप में एकदम न निकले।
- धूप में अधिक न निकलें।
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