Adi Shankaracharya Statue:  भारी बारिश के वजह से 18 सितंबर  को नहीं होगा आदि शंकराचार्य जी की प्रतिमा का अनावरण, नई डेट का हुआ ऐलान

 
Adi Shankaracharya Statue


Adi Shankaracharya Statue: मध्य प्रदेश के ओंकारेश्वर में इन दिनों आदि गुरु शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची प्रतिमा का निर्माण कार्य जोरों पर चल रहा है। मध्यप्रदेश सरकार के विजन के मुताबिक यहां एक भव्य और दिव्य ‘एकात्म धाम’ तैयार किया जा रहा है। इसे दुनिया के अद्वैत वेदांत के प्रमुख केंद्र के रूप में विकसित किया जाना है। आदि शंकराचार्य की ज्ञानभूमि ओंकारेश्वर में माँ नर्मदा के तट पर स्थापित हो रही 'एकात्मता की मूर्ति' वेदों में निहित सर्वकालिक ज्ञान व चराचर जगत के अस्तित्व की एकसूत्रता का बोध कराएगी। प्रतिमास्‍‍थल पर आचार्य शंकर द्वारा लिखे भाष्यग्रन्थों का 108 घंटे का विधिवत पाठ चल रहा है। जिसमें देशभर से जुटे सन्यासियों के समवेत पाठ से ओंकारेश्वर गुंजित हैं। प्रदेश में वर्षा की स्थिति को देखते हुए हम ओंकारेश्वर स्थित भगवान आदि शंकराचार्य जी की प्रतिमा का अनावरण कार्यक्रम 18 सितंबर के स्थान पर 21 सितंबर को करने जा रहे हैं।ओंकारेश्वर स्थित आदि शंकराचार्य जी की प्रतिमा अनावरण के कार्यक्रम स्थल पर जारी समस्त धार्मिक अनुष्ठान अब 21 सितंबर तक अनवरत जारी रहेंगे ।अब भगवान आदि शंकराचार्य जी की  प्रतिमा का अनावरण 21 सितंबर को किया जाएगा 

देशभर के विभिन्न मठों से जुटे 32 सन्यासी कर रहे पाठ

ओंकारेश्वर में आचार्य शंकरवाणी के विधिवत पाठ का आज तीसरा दिन है। यहां देशभर के विभिन्न मठों से जुटे 32 सन्यासी प्रतिमास्थल पर आचार्य शंकर लिखित भाष्यों का पाठ कर रहे हैं ।आदि शंकरचार्य ने वेदान्‍त (उपनिषद) भगवदगीता और ब्रहमसूत्र जिन्हें प्रस्थानत्रयी कहते है, पर भाष्य लिखे हैं। इन्‍ही भाष्यों के श्लोकों का 108 घंटे का पाठ जारी है। पाठ प्रतिदिन 12 घंटे चलता है। 32 वैदिक विद्वानों के दल का नेतृत्व आचार्य शंकर सांस्कृतिक एकता न्यास के न्यासी तथा आदि शंकर ब्रह्म विद्यापीठ, उत्तरकाशी के आचार्य स्वामी हरिब्रह्मेंद्रानंद तीर्थ कर रहे हैं।

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ओंकारेश्वर धाम सनातन धर्म के आचार्य शंकर की ज्ञान और गुरु की भूमि है

ओंकारेश्वर धाम सनातन धर्म के आचार्य शंकर की ज्ञान और गुरु की भूमि है। पौराणिक स्रोतों के मुताबिक यहीं पर अपने गुरु गोविंद भगवत्पाद के पास रहकर उन्होंने शिक्षा हासिल की थी. तब उनकी उम्र 12 साल थी. यहां वो 4 साल रहे। यही वजह है कि यहां 108 फीट की जो प्रतिमा बनाई जा रही है, वह आचार्य शंकर के बालक रूप की है।  इस योजना के प्रथम चरण में आदि शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची प्रतिमा " स्टेच्यू ऑफ वननेस" बनकर तैयार हो चुकी है, जबकि शेष कार्यों का भूमिपूजन होना है. सनातन धर्म के पुनरुद्धारक, सांस्कृतिक एकता के देवदूत व अद्वैत वेदांत दर्शन के प्रखर प्रवक्ता 'आचार्य शंकर' के जीवन और दर्शन के लोकव्यापीकरण के उद्देश्य के साथ मध्य प्रदेश शासन द्वारा ओंकारेश्वर को अद्वैत वेदांत के वैश्विक केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है

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