Bengal Birhum Arson Incident : बीरभूम जिले में आगजनी से स्थिति हुई गंभीर, गृह मंत्रालय हुआ एक्टिव, जानें पूरा मामला
Mar 22, 2022, 23:04 IST
Bengal Birhum Arson Incident : पश्चिम बंगाल (West Bengal) के बीरभूम (Birhum) जिले में लगभग एक दर्जन घरों में आग लगने के कुछ घंटों बाद, कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई है जबकि कई लोगों ने डर के कारण पलायन करना शुरू कर दिया है. स्थिति को गंभीर होता देख केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल सरकार से 72 घंटे के भीतर आगजनी की घटना पर रिपोर्ट मांगी है. पश्चिम बंगाल भाजपा प्रमुख सुकांत मजूमदार ने अमित शाह से मुलाकात के बाद कहा, "गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव स्तर के अधिकारी जल्द ही पश्चिम बंगाल का दौरा करेंगे और ममता बनर्जी के तत्काल इस्तीफे की मांग की जो गृह विभाग भी संभालती हैं. राज्य में कथित रूप से बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई ने गृह मंत्री अमित शाह को भी पत्र लिखा है. बंगाल के पार्टी के सांसद, जो संसद सत्र के लिए राष्ट्रीय राजधानी में हैं और एक प्रतिनिधि मंडल ने बंगाल की कानून व्यवस्था की स्थिति पर चर्चा करने के लिए गृह मंत्री से मुलाकात की. बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और ट्वीट किया, "भयानक हिंसा और आगजनी #रामपुरहाट #बीरभूम इंगित करता है कि राज्य हिंसा संस्कृति और अराजकता की चपेट में है. https://twitter.com/jdhankhar1/status/1506187657692340226 पहले ही आठ लोगों की जान चली गई है. इस घटना पर प्रमुख सचिव से तत्काल अपडेट मांगा है. मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं." भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने आरोप लगाया कि बंगाल में लोकतंत्र को टुकड़े-टुकड़े कर दिया गया है. आगजनी पर राज्य सरकार की आलोचना करते हुए और ममता बनर्जी की सरकार पर आगजनी करने वालों की 'रक्षा' करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, "राज्य में अधिकांश हिंसा असामाजिक तत्वों द्वारा की जाती है जिन्हें ममता बनर्जी की सरकार से सुरक्षा प्राप्त है. ये तत्व नागरिकों के घरों में जाते हैं, उन्हें बाहर से बंद कर देते हैं और घरों में आग लगा देते हैं.कानून और व्यवस्था चरमरा गई है. हाल की घटना में 10 लोगों की मौत हो गई है, जिसमें बच्चे और महिलाएं शामिल हैं. एक घटना में एक घर से सात शव बरामद किए गए. दमकल कर्मियों का कहना है कि उन्हें आग बुझाने से रोका जा रहा है." बंगाल भाजपा ने भी बीरभूम की घटना को लेकर कलकत्ता उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है. पार्टी ने आरोप लगाया है कि हत्याकांड की योजना एक स्थानीय तृणमूल नेता की हत्या का कथित तौर पर बदला लेने के लिए बनाई गई थी. बंगाल के शीर्ष पुलिस अधिकारी मनोज मालवीय के अनुसार यह आगजनी की घटना व्यक्तिगत दुश्मनी का परिणाम हो सकती है. मालवीय ने तृणमूल कांग्रेस के पंचायत नेता भादु प्रधान की कथित हत्या का जिक्र करते हुए कहा, "आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है, लेकिन अगर यह प्रतिशोध में है, तो यह व्यक्तिगत दुश्मनी के कारण है." मालवीय ने कहा, "इसमें कोई राजनीतिक भागीदारी नहीं है." पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के बागुटी गांव में एक भयानक सन्नाटा पसरा हुआ है. सोमवार से ही माहौल तनावपूर्ण हो गया, जब एक देसी बम हमले में उप पंचायत प्रमुख भादू शेख की मौत हो गई, जिनका सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस से संबंध था. मंगलवार सुबह गांव आगजनी की घटनाओं से जाग उठा, घर जलकर खाक हो गए और कम से कम आठ लोग मारे गए. आग लगा दी गई घरों में से एक भादू शेख के घर के ठीक सामने है. डर के मारे लोग भागने लगे हैं. बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर तृणमूल और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर विपक्ष निशाना साध रही है. जबकि राज्यपाल ने इस घटना को 'आगजनी तांडव' कहा है, केंद्र सरकार ने 72 घंटों के भीतर रिपोर्ट मांगी है. कई भाजपा सांसद, विधायक और नेताओं ने ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग की है.