विश्व पर्यावरण दिवस : भगत सिंह मैत्री संस्था ने वितरित किये कपड़े के थैले

सिद्धार्थ राव, बहादुरगढ़। विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष में भगत सिंह मैत्री संस्था ने बुधवार सांय को शहर की सब्जी मंडी में पर्यावरण सरंक्षण का सन्देश देने के लिए एक जनजागरूकता अभियान चलाया। इस दौरान संस्था के पदाधिकारियों और सदस्यों ने सब्जी विक्रेताओं और ग्राहकों को सिंगल यूज प्लास्टिक के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करते हुए उनसे इनका परहेज करने की अपील की गई। संस्था ने "मेरी प्राथमिकता, बहादुरगढ़ की सुंदरता" का नारा देते हुए सूती कपडे से बने हुए करीब पांच सौ थैले लोगों में वितरित किये। ब्रह्मशक्ति संजीवनी अस्पताल के सहयोग से जनजागरूकता के लिए निशुल्क वितरित किये गए इन थैलों पर "शहर को न करें मैला, घर से लेकर निकलें थैला" के स्लोगन अंकित किये गए थे।
इस दौरान हरियाणा राज्य प्रदुषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी शैलेन्द्र अरोड़ा और ब्रह्मशक्ति संजीवनी अस्पताल के निदेशक ने विशेष तौर पर अभियान में भाग लेकर आमजन को पर्यावरण सरंक्षण के प्रति जागरूक करने की भगत सिंह मैत्री संस्था की पहल की सराहना की।
शैलेन्द्र अरोड़ा ने कहा कि सब्जी मंडी में कपड़े के थैले का निःशुल्क वितरण एक प्रभावी और प्रेरणादायक कदम है। यह पहल पर्यावरण संरक्षण और प्लास्टिक प्रदूषण को कम करने के उद्देश्य में सहायक सिद्ध होगी।
डॉ मनीष शर्मा ने कहा कि यह छोटा कदम पर्यावरण को सुरक्षित रखने और आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ धरती सुनिश्चित करने में बड़ा बदलाव ला सकता है, हम सबको स्वयं में बदलाव लाकर पर्यावरण संरक्षण में अपनी भूमिका अदा करनी होगी।
संस्था के प्रधान प्रदीप यादव ने कहा कि इस आयोजन का उद्देश्य पर्यावरण के प्रति लोगों में जिम्मेदार आदतें अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना रहा; कपड़े के थैले बांटने से न केवल प्लास्टिक का उपयोग कम होता है, बल्कि यह समाज को स्थायी जीवनशैली की ओर एक कदम बढ़ाने के लिए प्रेरित भी करता है।
इस मौके पर सहायक पर्यावरण अभियंता अमित दहिया, अजय बूरा,सामाजिक कार्यकर्त्ता सत्येंद्र दहिया, प्रवीन मान, वीरेंद्र मास्टर, कमल अरोड़ा, मुखेश्वर यादव, विक्की शर्मा, नीटू अहलावत,संजीव शर्मा,दिनेश सहवाग, संजीव कुमार, वरुण राठी, अजय, दिनेश कुमार, अनिल कुमार,वेदपाल,मानव जागृति एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी परनाला व भगतसिंह मैत्री संस्था के सभी पदाधिकारी आदि मौजूद रहे।