कावेरी कॉलिंग अभियान के तहत 2024–25 में 1.36 करोड़ पौधे लगाए गए, कुल वृक्षारोपण संख्या पहुँची 12.2 करोड़

5 जून, 2025 — सद्गुरु द्वारा प्रेरित कावेरी कॉलिंग अभियान ने वर्ष 2024–25 के दौरान कावेरी बेसिन क्षेत्र में 34,000 एकड़ भूमि पर 1.36 करोड़ पौधों का रोपण कराया। अब तक इस अभियान के अंतर्गत कुल 12.2 करोड़ पौधे लगाए जा चुके हैं, जिससे 2.38 लाख किसान पेड़ आधारित खेती की ओर अग्रसर हुए हैं।
यह दुनिया का सबसे बड़ा किसान-प्रेरित पारिस्थितिकीय अभियान बन चुका है, जिसका उद्देश्य सिर्फ पेड़ लगाना नहीं, बल्कि कावेरी नदी के सूखते जलस्त्रोत को पुनर्जीवित करना और किसानों की आय को बढ़ाना है। इस वर्ष 50,000 से अधिक किसानों और नागरिकों ने सक्रिय भागीदारी दिखाई।
कावेरी कॉलिंग की नर्सरियाँ जैसे कडलोर और तिरुवण्णामलई में स्थित केंद्र, सालाना करोड़ों पौधों का उत्पादन कर रहे हैं। विशेष रूप से कडलोर की महिला-प्रेरित नर्सरी 85 लाख पौधों की क्षमता के साथ विश्व की सबसे बड़ी एकल साइट नर्सरी में से एक है। यहाँ 29 मूल्यवान पेड़ प्रजातियाँ (जैसे सागौन, महोगनी, चंदन आदि) केवल ₹3 प्रति पौधा दर पर उपलब्ध कराई जाती हैं।
अभियान के तहत 160+ फील्ड कार्यकर्ता 32,000 से अधिक खेतों पर जाकर किसानों को निशुल्क सलाह देते हैं। मिट्टी और जल परीक्षण कराकर क्षेत्र विशेष के अनुकूल पौधों की अनुशंसा की जाती है।
प्रोजेक्ट डायरेक्टर आनंद एथिराजलु ने COP29 में कहा, "जलवायु परिवर्तन को मिटाने का समाधान सिर्फ आकाश में नहीं, मिट्टी में है। पेड़ आधारित खेती इस दिशा में सबसे कारगर उपाय है।"