ईडी के उपनिदेशक चिंतन रघुवंशी को 20 लाख रुपए के मामले में सीबीआई ने किया गिरफ्तार

ओडिशा में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के एक डिप्टी डायरेक्टर, चिंतन रघुवंशी, पर रिश्वत मांगने का आरोप लगा है। सीबीआई ने ईडी अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोप है कि रघुवंशी ने एक कारोबारी से केस खत्म करने के लिए 5 करोड़ रुपये की रिश्वत मांगी थी, और बाद में 2 करोड़ रुपये में डील तय हुई थी। जब कारोबारी ने रिश्वत की पहली किस्त दी, तो सीबीआई ने अधिकारी को रंगे हाथों पकड़ लिया।
क्या है पूरा मामला?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह मामला ओडिशा के भुवनेश्वर जोनल कार्यालय के ईडी डिप्टी डायरेक्टर चिंतन रघुवंशी से जुड़ा हुआ है। रघुवंशी पर आरोप है कि उन्होंने माइनर रतिकांत राउत उर्फ जुलू से एक केस निपटाने के लिए करोड़ों रुपये की रिश्वत की मांग की थी। बाद में राउत ने 2 करोड़ रुपये में डील डन कर ली थी।
राउत ने जब ईडी अधिकारी से रिश्वत की मांग की जानकारी सीबीआई अधिकारियों को दी, तो सीबीआई ने एक ट्रैप ऑपरेशन चलाया और रघुवंशी को रिश्वत की पहली किस्त लेते हुए पकड़ लिया। सीबीआई ने उसे गिरफ्तारी के बाद पूछताछ शुरू कर दी है।
ईडी अधिकारी का अपराध
चिंतन रघुवंशी 2013 बैच के भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) अधिकारी हैं। उन्होंने 8 जनवरी को माइनर रतिकांत राउत से जुड़े मामले में भुवनेश्वर और ढेंकनाल में 14 स्थानों पर छापेमारी की थी। इसके बाद राउत ने मदद मांगी और ईडी अधिकारी से केस खत्म करने के लिए रिश्वत देने की बात की।
सीबीआई का आरोप और कार्रवाई
सीबीआई ने रघुवंशी को रिश्वत की 20 लाख रुपये की पहली किस्त लेते हुए गिरफ्तार किया। फिलहाल, सीबीआई अधिकारी से पूछताछ कर रही है और माइनर राउत से भी जानकारी ली जा रही है।