Kuno National Park:कूनो नेशनल पार्क के बाद चीतों का नया घर बना जंगल, अभी तक 10 चीते छोड़े गए

Kuno National Park:कुनो नेशनल पार्क के बीच से गुजर रही नदी के चलते पार्क दो भागों (ईस्ट और वेस्ट सूनों में बटा है। वर्तमान में चीतों का जोड़ा बड़ा है, वह स्ट में नदी किनारे पालपुर क्षेत्र में है। यही वजह है कि यहां से जंगल में छोड़े गए है चीते पालपुर क्षेत्र में हो गए।अफसरों का कहना है कि बारिश के दौरान कूनो नदी का जलस्तर बढ़ जाएगा। ऐसे में बीते नदी के दूसरी ओर नहीं जा सकेंगे। यही कारण है कि जब चीता को नदी के उस पार एक तो चोते अपना अलग इलाका बना सकेंगे वहीं सभी को छोड़ने से आपसी संघर्ष का डर खत्म हो जाएगा।8 चीते हैं छोड़ा जा रहा है। इससे वेस्ट कूनो में तो 2 इंस्ट कुनो में अलग-अलग क्षेत्र में कूनों के खुले जंगल में अब चीतों को अलग-अलग क्षेत्र में छोड़ा जा रहा है।
जंगल में छोड़ने का सिलसिला जारी
श्योपुर कूनो नेशनल पार्क में चीतों को खुले जंगल में छोड़ने का सिलसिला जारी है। अभी तक 10 चीते खुले जंगल में छोड़े जा चुके है। इससे पहले आठ चीते पालपुर क्षेत्र में छोड़े गए थे, लेकिन अब दो चीतों को कूनो नदी के दूसरी ओर नयागांव क्षेत्र में छोड़ा गया है, जिससे ये अपना अलग इलाका बना सकें। कूनो नेशनल पार्क के डीएफओ पीके वर्मा ने बताया कि दो चीते नदी के दूसरी ओर कूनो ईस्ट में छोड़े गए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन से शुरु हुआ चीता प्रोजेक्ट
17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जन्मदिन के मौके पर नामीबिया से लाए गए 8 चीतों (5 मादा और 3 नर को श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा था. सभी 8 चीते बीते चार माह में अपने नए घर कूनो में सर्वाइव भी कर करने लगे थे. सभी चीते अब पूरी तरह फिट होकर शिकार भी कर रहे थे. इसी बीच, 22 जनवरी को इनमें से मादा चीता साशा बीमार हो गई थी. जिसका दुनिया में चीतों के सबसे बड़े विशेषज्ञ डॉ. एड्रियन टोरडीफ के परामर्श से इलाज भी किया गया, लेकिन अब उसे बचाया नहीं जा सका।
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