भारत में बनी 'Covaxin' कोरोना वायरस को मात देने में 81 फीसद असरदार हुई साबित

 
भारत में बनी 'Covaxin' कोरोना वायरस को मात देने में 81 फीसद असरदार हुई साबित

Coronavirus Updates: कोरोना का अंत करने के लिए देश में तीसरे चरण का टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है. भारत की दो वैक्सीनों को मंजूरी मिली है जिसमें कोविशील्ड और कोवैक्सीन है. भारत बायोटेक ने बुधवार को जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना वायरस के खिलाफ भारत की स्वदेशी वैक्सीन कोवैक्सीन (Covaxin) तीसरे चरण के ट्रायल में 81 फीसदी तक असरदार साबित हुई है.

भारत बायोटेक (Bharat Biotech) ने बताया है कि वैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल 25,800 लोगों पर किए गए थे. आपको बता दें कि आईसीएमआर (भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद) के साथ किया गया ये ट्रायल भारत में अब तक के सबसे बड़े स्तर का क्लिनिकल ट्रायल है.  

https://twitter.com/ANI/status/1367077781444567041

देश में कोरोना का टीका लगाया जा रहा है. हमारे देश के प्रधानमंत्री भी वैक्सीन लगवा चुके हैं. वहीं आज यानि बुधवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और कंद्रीय मंत्री ने भी कोरोना से बचाव के लिए कोरोना की वैक्सीन लगवाई है.

WhatsApp Group Join Now

भारत बायोटेक ने आईसीएमआर के साथ मिलकर है बनाया

कोवैक्सीन को भारत बायोटेक ने आईसीएमआर के साथ मिलकर बनाया है. इसके निर्माण में मृत कोरोना वायरस का इस्तेमाल किया गया है, ताकि वैक्सीन से लोगों को कोई नुकसान न पहुंचे. यह वायरस के खिलाफ शरीर में एंटीबॉडी पैदा करती है.

कोवैक्सीन और कोविशील्ड, दोनों वैक्सीन दो खुराक वाली हैं. दोनों खुराक के बीच 28 दिन का अंतर रखना होता है. मतलब ये कि आपने दोनों में से किसी वैक्सीन की पहली खुराक अगर आज ली है, तो दूसरी खुराक आपको उसके 28वें दिन बाद ही लेनी होगी.

ये भी पढ़ें: केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और उनकी पत्नी ने लगवाई वैक्सीन, जानिए अब तक किसके लगा टीका

Tags

Share this story