स्कैम: चीनी एप्स के ज़रिए लाखों भारतीयों के साथ हुई 150 करोड़ की धोखाधड़ी, जानें मामला

 
स्कैम: चीनी एप्स के ज़रिए लाखों भारतीयों के साथ हुई 150 करोड़ की धोखाधड़ी, जानें मामला

साइबर फ्रॉड का एक देशव्यापी मामला सामने आया है, जिसमें देशभर में लाखों लोगों के साथ करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी हुई है. चाइनीज ऐप के जरिए जालसाजों ने लोगों को फंसाया. जिसके बाद वो करोड़ों का चूना लगाकर फरार हो गए. पुलिस ने 11 लोगों को गिरफ्तार किया है. साथ ही कई जगह छापेमारी जारी है. ऑनलाइन ठगी रूकने का नाम नहीं ले रही है. हालांकि पुलिस जालसाजों पर नजरें गढ़ाए हुए हैं.

प्रवर्तन निदेशालय व आयकर विभाग करेगा जांच

बतादें चाइनीज एप के जरिए देशभर में पांच लाख से अधिक लोगों से 150 करोड़ की ठगी मामले में दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने प्रवर्तन निदेशालय व आयकर विभाग से भी जांच करने का अनुरोध किया है. पुलिस ने इसके लिए पत्र लिखा है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि चीन में बैठे एप निर्माता ठगी करने वाले गिरोह के मास्टर माइंड ने भारत में रहने वाले अपने एजेंटों के जरिए देशभर के लाखों लोगों को शिकार बनाया है. बिटकाइन व अन्य माध्यमों से लोगों से ठगे गए करोड़ो रुपये चीन भेजे गए है. ऐसे में मनी लांड्रिंग का मामला होने पर प्रवर्तन निदेशालय भी दिल्ली पुलिस की एफआइआर के आधार पर केस दर्ज कर विस्तृत जांच जल्द शुरू करेगी.

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कैसे हुआ नकली ऐप के जरिए ऑनलाइन घोटाला

ठगी करने वाले ये लोग कई वित्तीय निवेश योजनाएं चला रहे थे और उन्होंने लोगों को आश्वासन दिया कि उनका पैसा सुरक्षित है और उन्हें उच्च रिटर्न मिलेगा. दिल्ली पुलिस ने खुलासा किया कि ये ऐप चीनी नागरिकों द्वारा धोखाधड़ी के लिए मल्टीलेवल मार्केटिंग (एमएलएम) मॉडल का उपयोग करके चलाए गए थे. ऐपों के जरिए निवेश करने और निवेश की हुई राशि पर आकर्षक लाभ पाने का लालच दिया गया.

शुरू में निवेश की हुई राशि पर पांच से 10 प्रतिशत तक लाभ दिया जाता था, जिससे निवेशक को लगता था कि इसमें कहीं कोई धोखाधड़ी नहीं है, उसके बाद निवेशक को और ज्यादा निवेश करने और अपने दोस्तों, रिश्तेदारों से भी निवेश करवाने के लिए कहा जाता था. किसी भी निवेशक से बड़ी मात्रा में निवेश हासिल करने के बाद ऐप पर उसका खाता ब्लॉक कर दिया जाता.

पुलिस ने 11 आरोपियों को किया गिरफ़्तार

पुलिस का कहना है कि इस धंधे में कई चीन के नागरिक शामिल हो सकते हैं। अभी प्रथमदृष्टया जांच से पता चला है कि आठ चाइनीज ने उक्त पावर बैंक एप बनाया. हर राज्य में इसके अगल-अलग माड्यूल हो सकते हैं. सभी राज्यों की पुलिस को इस रैकेट से जुड़े आरोपितों के खिलाफ जल्द कार्रवाई करने की जरूरत है. सबसे अधिक नौकरी पेशा करने वाले युवा इस चाइनीज गिरोह के ठगी में शिकार बने हैं.

ज्ञात रहे साइबर सेल ने चाइनीज एप पावर बैंक और ईजी प्लान के जरिये 5 लाख लोगों से 150 करोड़ की ठगी करने के मामले में 11 आरोपितों को गिरफ्तार किया था, जिनमें सीए रौनक बंसल व अविक केडिया के अलावा शेख राबिन, उमाकांत, आकाश जोयस, वेद चंद्रा, हरिओम, अभिषेक, शशि बंसल, मिथिलेश शर्मा, अरविंद शामिल हैं.

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