Delhi: मौलाना अरशद मदनी का आरोप, कहा- वक्फ संपत्तियों पर कब्जे के लिए बनाया जा रहा कानून
Delhi: जमीयत-उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने वक्फ संशोधन बिल पर सख्त टिप्पणी की है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस बिल के जरिए मुसलमानों की जमीनों पर कब्जा करने की कोशिश की जा रही है। मदनी ने कहा कि दिल्ली में कई मस्जिदें 400-500 साल पुरानी हैं, और उनसे इतने पुराने दस्तावेजों की मांग करना नाइंसाफी है। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ ताकतें देश में हिंदू-मुस्लिम भाईचारे को नुकसान पहुंचाने का प्रयास कर रही हैं।
बीजेपी की हुकूमत ‘दो बैसाखियों’ पर टिकी है
मदनी ने कहा कि बीजेपी की सरकार को चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार की 'बैसाखियों' से सहारा मिला हुआ है। उन्होंने कहा कि अगर भाईचारे की नीति से देश नहीं चलेगा, तो देश का अस्तित्व खतरे में आ जाएगा।
बुलडोजर एक्शन पर सवाल
मदनी ने देश में बुलडोजर से गिराए जा रहे मकानों पर भी सवाल उठाए, जिसमें उन्होंने दावा किया कि 95% मकान मुसलमानों के हैं। उन्होंने इसे संविधान विरोधी बताते हुए इसे रुकवाने की मांग की और इंडियन गठबंधन की धार्मिक स्वतंत्रता पर आधारित नीतियों का समर्थन किया।
फिलिस्तीन मुद्दे पर भारत के रुख की आलोचना
मौलाना मदनी ने फिलिस्तीन के मुद्दे पर भी भारत के प्रधानमंत्री की आलोचना की। उन्होंने कहा कि भारत के हथियारों का उपयोग फिलिस्तीनी लोगों के खिलाफ हो रहा है, और पीएम मोदी को इस पर अपना पक्ष साफ करना चाहिए। मदनी ने चेतावनी दी कि अगर फिरकापरस्त नीतियां जारी रहीं, तो देश तबाह हो सकता है।